12/08/08

आंखो का धोखा

अजी खुद ही देख ले , कई बार सुना तो होगा,कि आंखे भी धोखा देती हे, तो चलिये हाथ कंगन को आरसी क्या आप खुद ही देख ले.....






15 comments:

  1. सच ये तो छलावा है...

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  2. बहुत खुबसूरत छवियाँ !

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  3. हाय हाय..
    गजब...
    मजा आया.....
    मौदगिल खुश हुआ...............


    लेकिन भाटिया जी,
    ये सारी की सारी सुबह कहां मिलेंगी ?

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  4. आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद, आज कल मुझे छुट्टियां हे ओर सारा दिन घर पर रहता हु, कही घुमने भी नही गये इस बार, तो क्या करु सारा दिन इन्टर्नेट पर घुमता रहता हु,इसी लिये आज कल मेरी पोस्ट ज्यादा हे, अगले सप्ताह से थोडी थोडी कम होनी शुरु हो जायेगी,
    योगेन्दर जी आप को जरुर बताऊगा जब भी कभी मिला :)

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  5. लाजवाब हैं चित्र, एक से बढकर एक ।

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  6. हम तो चक्कर खा गए ..एक तो छोटा सा शारीर उसपर छोटा सा दिमाग ...अब घूम रहे है गोल गोल और क्या ...लेकिन सच कहूँ ..घुमने में भी मज़ा आ रहा है ...

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  7. itani badi baat ko itane se photo me kah di aapne. bilkul sahi.

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