बुरी नज़र वाले, तेरा मुंह काला “रिश्ते में लगता तू साला,
बुरी नज़र वाले तेरा मुंह काला.”
“बुरी नज़र वाले, तेरे बच्चे जियें, बड़े होकर, देसी शराब पियें”
“छोटा परिवार, सुखी परिवार एक या दो, बस “
शेर दो हों मगर सलीके के, घर को ऐसी ग़ज़ल बनाना है
“चल हट, कोई देख लेगा"
“देखो मगर प्यार से"
“दुल्हन वही जो पिया मन भाये, गाड़ी वही जो नोट कमाए"
“काला कुरता, काला चश्मा, काला रंग कढाई का, एक तो तेरी याद सताए, दूजा सोच कमाई का."
“चलती है गाड़ी, उड़ती है धूल, निकलता है पसीना, बिखरते हैं फूल"
“अमीरों की ज़िन्दगी, बिस्किट और केक पर, ड्राईवर की ज़िन्दगी, क्लच और ब्रेक पर.
" बीवी रहे टिपटॉप दो के बाद फुल स्टॉप
बुरी नज़र वाले तू जिए, और तेरा बेटा बड़ा होकर तेरा खून पिए
बुरी नज़र वाले तेरा मुंह काला.”
“बुरी नज़र वाले, तेरे बच्चे जियें, बड़े होकर, देसी शराब पियें”
“छोटा परिवार, सुखी परिवार एक या दो, बस “
शेर दो हों मगर सलीके के, घर को ऐसी ग़ज़ल बनाना है
“चल हट, कोई देख लेगा"
“देखो मगर प्यार से"
“दुल्हन वही जो पिया मन भाये, गाड़ी वही जो नोट कमाए"
“काला कुरता, काला चश्मा, काला रंग कढाई का, एक तो तेरी याद सताए, दूजा सोच कमाई का."
“चलती है गाड़ी, उड़ती है धूल, निकलता है पसीना, बिखरते हैं फूल"
“अमीरों की ज़िन्दगी, बिस्किट और केक पर, ड्राईवर की ज़िन्दगी, क्लच और ब्रेक पर.
" बीवी रहे टिपटॉप दो के बाद फुल स्टॉप
बुरी नज़र वाले तू जिए, और तेरा बेटा बड़ा होकर तेरा खून पिए
आज तो सारा नक्शा उकेर दिया।
ReplyDeleteहा-हा-हा...
ReplyDeleteअब चाहे सर फूटे या माथा
मालिक तो महान है चमचो से परेशान है |थोड़ा थोड़ा पीना रानी महँगा है ईराक का पानी |
ReplyDeleteहा-हा.... कहाँ-कहाँ नोट करते रहे इन डायलोगो को ?
ReplyDelete:)
ReplyDeleteएक से बढ़कर एक तस्वीरें
ReplyDeleteरोचक पोस्ट :)
गजब फ़ोटो के साथ, गजब संदेश, सब गजब है,
ReplyDeleteआखिरी फ़ोटो में टेपों पर क्या लदा है समझ नहीं आ रहा है,
बड़ी मेहनत से ये स्लोगन आपने इकट्ठे किये होंगे. वैसे सचित्र प्रस्तुति बहुत बढ़िया रही.
ReplyDeleteसब माया है।
ReplyDeletemazaa aa gaya hahaha
ReplyDeleteओह! गॉड जी, ये क्या हो रहा है! :)
ReplyDelete...तस्वीरें बढ़िया है
ReplyDeleteपूर्व में देखी गयी हैं ये तस्वीरें, लेकिन बार-बार देखने पर अच्छा ही लगता है।
ReplyDeleteगाड़ियों के पीछे लिखे इन स्लोगन्स का वाकई संकलन होना चाहिए.
ReplyDeleteअनोखे चित्र, अनोखे स्लोगन।
ReplyDeleteदो के बाद भी, दन दना दन ।
राज भाटिया जी नमस्ते!
ReplyDeleteऐसे अनोखे चित्र कहाँ से लाते है आप
लगता है की मैं लालू प्रसाद यादव के बिहार में पहुँच गया हूँ
:):) बहुत बढ़िया
ReplyDeleteबाप रे लगता है बहुत सारे ट्रको का पीछा किया है :))
ReplyDeleteक्या कहें..... यही हकीकत है...
ReplyDeleteकहा से उठा लाए इतने सुंदर चित्र भाटिया जी --यह तो हद ही हो गई ........?
ReplyDeleteवाह भाटिया जी , गजब का चित्र !
ReplyDeleteचित्र तो गज़ब के हैं ही लेकिन स्लोगन तो और भी जबरदस्त है. इंडिया आकर आप इसी काम में जुट जाते हैं क्या.
ReplyDeleteशानदार.
वाह भाटिया जी । बस एक रह गया ---बुरी नज़र वाले , तेरा भी भला हो ।
ReplyDeleteइन तस्वीरों का खुलासा।
ReplyDeleteदिखा रहीं हैं गजब का तमाशा॥
एक से बढ़कर एक तस्वीरें|शानदार
ReplyDeleteमशहूर स्लोगन को आपने सचित्र नये अंदाज में पेश किया ..बहुत अच्छा लगा..धन्यवाद
ReplyDeleteवाह बहुत खूब!
ReplyDeleteरिंकी,पिंकी,मिंकी ते 'राज' दी गडडी
ReplyDeleteवाह ! जी वाह! 'राज जी' आप दी गड्डी का भी जबाब नहीं.
क्या खूब कैप्चर किया आपने...
ReplyDeleteएक से बढ़कर एक...
बाप रे ..
ReplyDeleteवाह भाटिया जी! गाड़ियों के पीछे लिखे इन स्लोगन्स को आपने सचित्र नये अंदाज में पेश किया,बहुत अच्छा लगा..धन्यवाद!
ReplyDeletetasvir to kamaal ke hai aur samvaad bhi kam nahi ,mazejar post
ReplyDeletewaah!...tasveeren bhee majedaar aur kahaavaton ka to kyaa kehanaa!
ReplyDeleteगजब स्लोगन गजब चित्र
ReplyDeleteगजब के हैं फोटो, गजब के ये शेर ।
ReplyDeleteवाकई दुर्लभ संकलन चित्रों का...
कमाल हो राज भाई ...आज तो मस्ती में हो ...शुभकामनायें आपको !
ReplyDeleteतस्वीरें और डॅयेलॉग .... दोनो ही धाँसू हैं ...
ReplyDeleteबल्ले बल्ले :)
ReplyDeleteऐसे शेर तो कई बार पढ़ने को मिलते हैं , लेकिन चित्र ?
ReplyDeletechitra ke liye badhai durlabh chitra
ReplyDeletedur rahte magr ghar ki khabar rakhte hai ....
हा हा हा हा ! बहुत ही मज़ेदार लगा! तस्वीरें तो ज़बरदस्त है! शानदार पोस्ट!
ReplyDeleteफेवीकोल का जोड़ है...
ReplyDeleteआनंद वर्षा करती कमाल की पोस्ट!
ReplyDeleteदेखिए कहीं आपके ब्लॉग पर किसी की नज़र ना लगे।
वाह भाटिया जी ,जवाब नहीं आपका.
ReplyDeleteहाहा मस्त है.. कहाँ से मिली इतनी सारी लाईनें?
ReplyDeleteसुख-दुःख के साथी पर आपके विचारों का इंतज़ार है..
आभार
raj sahab , bahut sunder . ye samajh nahin aa raha ki kiski tarif jyada karoo chitron ki ya sher ki............ sabhi ek se badkar ek hai.............
ReplyDelete:-)
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