04/10/10

मिट्ठी मिट्ठी बाते ओर मिट्ठा बोलने वालो से बच के रे बाबा...

कहते है हम मीट्ठा बोल कर किसी का भी दिल  जीत सकते है ? मेरे ख्याल मै यह गलत है या सही, उस से पहले आप यह विडियो देखे फ़िर अपनी राय दे वो ही राय मेरी होगी जो आप की होगी....

39 comments:

  1. अरे रे ! बड़ा हिंसक बालक है.

    ReplyDelete
  2. ओह्ह हद है दुष्टता की!!!!!!!!!

    ReplyDelete
  3. हम्म। कमाल है। आप सही हैं। बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!
    योगदान!, सत्येन्द्र झा की लघुकथा, “मनोज” पर, पढिए!

    ReplyDelete
  4. बाप रे बाप राज भाई ....
    डरा दिया आज आपने सुबह सुबह ...यह ग्रांड माँ सपने में भी न मिले तभी अच्छा होगा ! पसीना पोंछता हुआ बापस जा रहा हूँ !

    ReplyDelete
  5. ओह मै भी डर गयी। यहाँ भी आपके बहुमूल्य विचारों की जरूरत है।
    http://veeranchalgatha.blogspot.com/
    धन्यवाद।

    ReplyDelete
  6. जमाना ही ऐसे लोगो का है भाई साहब ! मगर दादी माँ भी कम अक्ल की निकली ! चारा खिलाते खिलाते रोज चुपके से एक एक कर दबोचती बजाये एक ही दिन AK 47 चलाने के !:)

    ReplyDelete
  7. चिट्ठाजगत नहीं खुल रहा कल से मेरे कंप्यूटर पर क्या आप लोग भी ऐसी ही दिक्कत महसूस कर रहे हैं ?

    ReplyDelete
  8. इसी लिए कहते हैं लालच में नहीं आना चाहिए ...दाना देख कर आ गए ...उफ़ ..बहुत बेदर्दी से मारा ..

    ReplyDelete
  9. अरे बाप रे ... आपका कहना सही है.....

    ReplyDelete
  10. ये तो मीठी छुरी वाली कहावत है। मीठा बोलकर छुरा भोंकना इसे ही कहते हैं। यह बच्‍चा तालीबानी है क्‍या? या हिटलर की आत्‍मा प्रवेश हो गयी है इसमें?

    ReplyDelete
  11. बहुत ही भयानक है यह तो...

    ReplyDelete
  12. ...क्या स्टाईल है !

    ReplyDelete
  13. सबने हिंसक,भयानक,डरावना लिखा है,पता नही होगा या नहीं ---------मै देख नहीं सकती...इसलिये नहीं देखा...

    ReplyDelete
  14. भगवान् बचाए...कोई प्रेतात्मा का साया था शायद..
    वैसे बच्चे ने बोला क्या था ...!

    ReplyDelete
  15. लाल टीका मीठी बानी,
    दगाबाज की यही निशानी।

    ReplyDelete
  16. सही कहा आपने..... यह बड़ी डेंजर दादीमा हैं.....

    आपने अच्छी सीख की बात कही.....

    -----------------------------------

    मेरे ब्लॉग पर है किताबों की दुनिया...

    http://chaitanyakakona.blogspot.com

    ReplyDelete
  17. आपने बिल्कुल सही कहा है! ये तो हद्द हो गयी!

    ReplyDelete
  18. हमारे यहाँ ऐसे लोग है ।

    ReplyDelete
  19. जरूरत से ज्यादा मीठा मधुमेह जैसी बीमारी को आमंत्रण देता है अती बुरी है |

    ReplyDelete
  20. बहुत डरावना है ये तो !!

    ReplyDelete
  21. हुंह...क्या कहें. डर ही गए...


    ______________________
    'शब्द सृजन की ओर' पर चिट्ठियों की बातें...

    ReplyDelete
  22. यही होता है आज के ज़माने मैं . पहले दाना डालो और फिर गोली मार भेजे मैं..इसलिए दाना डालने वालों से होशिआर. ख़ास कर युवा .

    ReplyDelete
  23. ताऊ पहेली ९५ का जवाब -- आप भी जानिए
    http://chorikablog.blogspot.com/2010/10/blog-post_9974.html

    भारत प्रश्न मंच कि पहेली का जवाब
    http://chorikablog.blogspot.com/2010/10/blog-post_8440.html

    ReplyDelete
  24. आपने कहा है तो बचना ही होगा अब...


    ____________________
    'पाखी की दुनिया' के 100 पोस्ट पूरे ..ये मारा शतक !!

    ReplyDelete

नमस्कार,आप सब का स्वागत हे, एक सुचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हे, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी हे तो माडरेशन चालू हे, ओर इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा,नयी पोस्ट पर कोई माडरेशन नही हे, आप का धन्यवाद टिपण्णी देने के लिये