गलती ओर गलती मै फ़र्क.....
अगर नाई करे गलती ..........
तो जी यह है नया स्टाईल .
अगर ड्राईवर करे गलती ........
तो जी यह है नया रास्ता .
अगर इंजिनियर करे गलती ........
तो जी यह है नया माडल
अगर मां बाप करे गलती.......
तो जी यह है नयी पीढी.
अगर नेता गण करे गलती .......
तो जी यह है नया कानून.
अगर साईंटिस्ट करे गलती .....
तो जी यह है नयी खोज.
अगर दर्जी करे गलती....
तो जी यह है नया फ़ेशन.
अगर टीचर करे गलती........
तो जी यह है नया फ़ार्मुला.
अगर बास करे गलती....
तो जी यह है नया आईडिया
अगर कर्मचारी करे गलती....
तो जी यह है गलती.
सिर्फ़ गलती....
ओर इस के साथ ही हम जा रहे है कुछ दिनो की छुट्टी पर
हम सब गलतियों के पुतले है जी!
ReplyDeleteओह हो गलती कमाल की हैं .
ReplyDeleteअगर ब्लागर करे गलती तो ?
ReplyDelete:)
sidhh ho gaya bhatiya g........
ReplyDeletesidhh ho gaya bhatiya g........
sidhh ho gaya bhatiya g........
ki ham sab GALTIYAN karne me ek hain...........
क्या काम की गलतियां हैं लाये हैं भाटिया जी...
ReplyDeleteग़लती भी एक नया अविष्कार हो जाता है..बढ़िया प्रस्तुति राज जी ..धन्यवाद
ReplyDeleteइसीलिये कहा गया है कि 'गलती से भी गलती मत करो'
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति
to err is human
ReplyDeleteअगर ब्लोगर करे गलती तो
ReplyDeleteयह है ब्लॉग चमकाने की कला ....
अच्छी और रोचक प्रस्तुती
छुट्टियाँ मुबारक हो जी |
ReplyDeleteफिसल पडे तो हर हर गंगे .. गल्ती स्वीकार क्यूं करें ??
ReplyDeleteछुट्टियाँ मुबारक !
ReplyDeleteलौट कर बताएं कि वहाँ कौन सी गलती खूबसूरत थी..?
अगर ब्लॉगर करे ग़लती
ReplyDeleteतो वह लेता है छुट्टी
बहुत मज़ेदार पोस्ट।
अजी कही नही जा रहा बस घर पर ही रहुंगा, लेकिन ब्लांगिग से दुर ता कि इस का गुलाम ना बनू, आप सब भी यही करे कुछ दिन दुर रहे....इस मुयी ब्लांगिग से.
ReplyDeleteक्या निशाना लगाया है, वाह!
ReplyDeleteये कविता जानबूझ कर की गयी गलती मानी जाएगी
ReplyDeleteबहुत अच्छी कविता है, पढ़ कर मजा आ गया
वाह....ये तो नयी खोज है गलती की
ReplyDeleteभाई हमारा तो सिद्धान्त है "एक तो हम कभी गलती करते नहीं है और कर भी जायें तो मानते नहीं हैं।"
ReplyDeleteहा हा..
ReplyDeleteमजेदार..
आपने भी एक शानदार कविता लिखने की गलती की है।
ReplyDelete--------
करे कोई, भरे कोई?
हाजिर है एकदम हलवा पहेली।
आपकी रचना बहुत ही शानदार है. एक बात और मैं आपके ब्लाग पर गलती से वरन जानबूझकर आता हूं।
ReplyDeleteयहां आकर मैं मुस्कुराता हूं और फिर अपनी गलतियों पर खाक डालकर आगे बढ़ लेता हूं।
वैसे भाटिया जी छुट्टियों में करेंगे क्या यह तो बता दीजिए. आप काफी मजेदार आदमी है। कुछ न कुछ मजेदार काम करेंगे ही इसका भरोसा है।
कर्मचारी तो बेचारा शोदा होता है ... आखरी तलवार तो उसी पर गिरने हैं ...
ReplyDeleteकब लौटेंगे छुट्टी से..ये तो बताते जायें कि इसमें भी गलती??
ReplyDeleteअगर ब्लोगर पोस्ट नहीं लिखे और छुट्टी करे तो वह भी गलती है |
ReplyDeleteBau jee,
ReplyDeleteNamaste!
Galti pe achha shodh kiya hai aapne to!
Hum laakh chahe ke na ho par phir bhi, galti se galti ho hi jaati hai!
बहुत सुन्दर और मज़ेदार रचना लिखा है आपने जो काबिले तारीफ़ है! बधाई!
ReplyDeleteऔर अगर भाटिया जी गलती करें तो....
ReplyDeleteतो मतलब छुट्टी।
ये बात नहीं चलेगी। गलती करो और छुट्टी चले जाओ। ना।
..matalab ki galati kuchh na kuchh nai rachana ka aavishkaar karavaati hai!...ab aapane chhutti par jaane ki galati ki hai to jaahir hai ki koi nai chij ham sab ke liye laaoge..maine sahi kaha na bhatiaji?
ReplyDeleteराज जी गजब की रचना लगी... पढ़कर आनंद आ गया ...आभार
ReplyDeleteजिस पर सबकी गज गिरती, वही तो कर्मचारी ठहरा, अब मालिक की मर्ज़ी, उससे गलती कराये या जो कराये उसे भी गलती कहे,
ReplyDeleteहमने भी तो मालिक के पास टिपण्णी भेज दी, छुट्टी मना कर आयें तो चाहे इसे गलती कहें या फिर...............
सादर शुभकामनाएं
चन्द्र मोहन गुप्त
जयपुर
चलिये; छुट्टी पर जाने और ब्लॉगिंग से दूर रहने में कोई गलती नहीं है! :)
ReplyDeleteांउर ये है सब से बडी गलती कि आप छुट्टी पर जा रहे हैं मगर बिना ये बताये कि क्यों और कहां। रचना बहुत अच्छी लगी धन्यवाद्
ReplyDeleteगलती की नयी रोचक परिभाषा दी आपने. वैसे गलती तो गलती ही है चाहे कोई भी करे.
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