मैं अकेला ही चला था जानिबे मंजिल मगर
लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया
13/06/10
अगर आप जर्मनी ओर अस्ट्रेलिया का फ़ुट वाल मेच देखना चाहे तो ....
नमस्कार आप सब को अगर आप जर्मन ओर अस्ट्रेलिया का मेच लाईव देखना चाहे तो यहां देख सकते है. ओर जर्मनी के लिये अपनी शुभकामनाये दे, मेरी टिप्प २-० से हम जीतेगे... भारतीया समय १२,०० शुरु होगा यह मेच.
केमेंट्री जर्मनी मै ही होगी
जर्मनी दो साल पहले यूरो कप के फाइनल तक पहुंची है और टीम का वर्ल्ड कप क्वालीफाइंग मैचों में भी अच्छा रिकॉर्ड रहा है . ओलिवर कान और लेमन इस बार
जर्मन टीम में नहीं है . लेकिन जर्मनी में फुटबॉल वैसा ही जुनून है, जैसा भारत में क्रिकेट और ऐसे में जर्मन फुटबॉलरों के पास अच्छा खेल देने के अलावा और कोई चारा नहीं है
सादर वन्दे | आप कहें तो अपना पता मेल करें ! अरे भाई मिठाई नहीं खानी है क्या ? यैसे सूखे सूखे बधाई जर्मनी में होती होगी हमारे भारत में ये सब नहीं चलता ! हाँ नहीं तो ... रत्नेश त्रिपाठी
नमस्कार,आप सब का स्वागत हे, एक सुचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हे, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी हे तो माडरेशन चालू हे, ओर इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा,नयी पोस्ट पर कोई माडरेशन नही हे, आप का धन्यवाद टिपण्णी देने के लिये
शुभकामनाएं, वैसे मैं तो अर्जेंटीना का समर्थक हूँ !
ReplyDeleteजर्मनी को जीत के लिए शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteवैसे अपने लिए तो जो जीते वही सिकंदर, फिर भी आस्ट्रेलियाई अपुन को कम पसंद हैं।
चलिए हम भी आपके जर्मनी की जीत के लिए शुभकामनाऎँ दे देते हैं...वैसे जीतने पर लड्डू तो खिलाएंगें न :)
ReplyDeleteलो जी, जीत गए। मजा आ गया।
ReplyDeleteबधाइयाँ !!!
हमारी मिठाई ड्यू रही।
जब आप कह रहे है तो जर्मनी की जीत होगी...आभार
ReplyDeleteपराजित और अपराजित दोनों को ही शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteशुक्रिया इस जानकारी के लिए भाटिया साहब ! My best wishes to Team Germany !
ReplyDeleteबधाई.... जीत गए...
ReplyDeleteजर्मनी की जीत के लिए शुभकामनायें, राज भाई !
ReplyDeleteजर्मनी को जीत के लिए हमारी भी शुभकामनाएँ
ReplyDeleteregards
हमारी शुभकामनाएँ भी जर्मनी के साथ हैं।
ReplyDeleteजर्मनी दो साल पहले यूरो कप के फाइनल तक
ReplyDeleteपहुंची है और टीम का वर्ल्ड कप क्वालीफाइंग
मैचों में भी अच्छा रिकॉर्ड रहा है .
ओलिवर कान और लेमन इस बार
जर्मन टीम
में नहीं है . लेकिन जर्मनी में फुटबॉल
वैसा ही जुनून है, जैसा भारत में क्रिकेट और
ऐसे में जर्मन फुटबॉलरों के पास अच्छा खेल
देने के अलावा और कोई चारा नहीं है
जर्मनी की जीत के लिए शुभकामनायें.............
ReplyDeleteबधाई... ४-० से जीत गए...
ReplyDeleteमैं तो देखता ही नहीं,,,,
ReplyDeleteधन्यवाद सर जी, टंगडीमार का सलाम कबूल फ़रमायें. हम तो उरुग्वे के समर्थक हैं ।
ReplyDeleteसादर वन्दे |
ReplyDeleteआप कहें तो अपना पता मेल करें !
अरे भाई मिठाई नहीं खानी है क्या ? यैसे सूखे सूखे बधाई जर्मनी में होती होगी हमारे भारत में ये सब नहीं चलता ! हाँ नहीं तो ...
रत्नेश त्रिपाठी