बर्फ़ ही बर्फ़..... जेसा की एक बार दिनेशराय द्विवेदी, पं.डी.के.शर्मा"वत्स" अन्य कई ब्लांगर मित्रो ने कई टिपण्णियो मै कहा कि हम ने आज तक बर्फ़ गिरती हुयी नही देखी, तो मेने वादा किया था कि जब भी अगली बार बर्फ़ पडी तो मै विडियो फ़िल्म बना कर आप को गिरती हुयी बर्फ़ जरुर दिखाऊगां, ओर इस साल हमारे यहां बहुत ही बर्फ़ गिरी,ओर मै कई बार अपना विडियो केमरा ले कर भी तेयार रहा की आज तो बर्फ़ गिरनी है फ़िल्म जरुर बनाऊगां, ओर उस दिन बर्फ़ सारा दिन नही गिरी, रात भर खुब गिरती, या फ़िर मै अपने ओफ़िस मै होता तब गिरती, या गिरती तो इतनी कम की देखने वाले को पता ही ना चले.
बर्फ़ भी अलग अलग रुप मे गिरती है मतलब कभी बुरे दार तो कभी हल्की हल्की तो कभी बरसात के संग तो कभी कभी ऎसी की मजा ही आ जाये, तो लिजिये मैने आप सब के लिये तीन विडियो जो कुछ कुछ पल के ही है भरे है, पहली मै सिर्फ़ बर्फ़ ही बर्फ़, दुसरे मै हमारी पडोसन भी आ गई, ओर तीसरे मै बच्चे स्कुल से आते हुये ओर बर्फ़ के गोले एक दुसरे पर मारते हुये....... तो बताईये केसी लगी यह बर्फ़ बारी.... कुछ पुछना हो तो टिपण्णी मै पूछ सकते है, हां इस बर्फ़ मै ना ही हम ओर ना ही हमारे कपडे गीले होते है.
ओर जो आवाजे आ रही है वो मेरे किचन की है
bahut sundar lag raha hai barf ka girna .. bilkul baarish ki tarah..
ReplyDeleteइस बार तो आपके यहाँ भी काफी बर्फ गिरी..अच्छा विडियो लिया है.
ReplyDeleteKitchen ki awazen badi suramya lageen, badhiya video.. :)
ReplyDeleteहां इस बर्फ़ मै ना ही हम ओर ना ही हमारे कपडे गीले होते है.
ReplyDeleteअरे वाह फिर नहाने में क्या फ़िक्र ?
भाटिया जी,
ReplyDeleteये तो बर्फ़ ही बर्फ़ है।
देख कर ही ठंड लग रही है।
हिम दर्शन कराने के लिए
आपका धन्यवाद्।
nice
ReplyDeleteमजा आ गया.
ReplyDeleteठंड सी लगने लगी
बहुत बढिया । धन्यवाद्
ReplyDeleteदेखकर कम्पायमान हो रहा हू.
ReplyDeleteआपके सौजन्य से बर्फबारी के ये नजारे देखने को मिल गये जिन्हें हमने अपने जीवन में कभी नहीं देखा था। आपका बहुत बहुत धन्यवाद राज जी!
ReplyDeleteबर्फ़ गिरने की तस्वीरें तो बडी सुंदर लगी, अब हम आपको इस साल लू और आंधी चलने का विडियो दिखायेंगे इस बार.:)
ReplyDeleteआवाजे आपके किचन से आरही हैं...पर ये बर्तन क्युं खडक रहे हैं? सब शांति तो है? या वहां भी मेड-इन-जर्मन पहुंच गया?:)
रामराम.
बर्फ़ गिरने की तस्वीरें तो बडी सुंदर लगी, अब हम आपको इस साल लू और आंधी चलने का विडियो दिखायेंगे इस बार.:)
ReplyDeleteआवाजे आपके किचन से आरही हैं...पर ये बर्तन क्युं खडक रहे हैं? सब शांति तो है? या वहां भी मेड-इन-जर्मन पहुंच गया?:)
रामराम.
भाटिया जी बर्फ़ दिखा कर क्यों जान जला रहे हैं।यंहा तो सूरज आग बरसा रहा है और आने वाले दोनों मे 45 डिग्री से से उपर की गरमी के बारे मे सोचसोच कर पसीने से नहा रहे हैं।बढिया है भाटिया जी मज़ा लिजिये बर्फ़बारी का।
ReplyDeleteआदरणीय
ReplyDeleteचलचित्रों के लिये बहुत-बहुत धन्यवाद
आपको सीटी बजानी चाहिये थी, पडोसन इधर देखती तो हम भी चेहरा देख लेते ;-)
प्रणाम
आदरणीय
ReplyDeleteकिसी ब्लाग पर कुछ समय पहले
एक छोटी सी साध्वी का एक देशभक्ति और हिन्दुत्व से भरा काव्यपाठ सुना था। क्या आप मुझे उस वीडियो का लिंक बता सकते हैं या आपको कुछ लाईनें या कुछ भी पता हो तो बताईयेगा। बडी मेहरबानी होगी जी। मैनें काफी सर्च किया मगर अभी तक नही पा सका हूं।
प्रणाम
आपने भी ना हमारे लिए कितनी मेहनत की है। यही है ब्ला्गिंग का कमाल जब हम एक दूसरे से लड़ते भी हैं लेकिन एक दूसरे के लिए जीते भी है।
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर विडियो हैं....इस तरह बर्फ गिरते देख...आनंद आ गया...बहुत बहुत शुक्रिया...हम सबके लिए इतनी जहमत उठाने का
ReplyDeletebahut sundar burf ki fuharen........
ReplyDeleteकमरे में एयरकण्डीशनर चल रहा है और यह देख कर कंपकंपी हो रही है! :)
ReplyDeleteदेखने वालों को ते ये नज़ारे सुन्दर लग ही रहे हैं,
ReplyDeleteमगर भोगने वालों के दिल से पूछो कि उन पर क्या गुजर रही है!
भाटिया जी, अगर पार्सल वगैरह से भेजने का जुगाड होता तो आपको बोल देते कि एक कन्टेनर बर्फ भेज दीजिए...यहाँ तो गर्मी के मारे पसीने छूट रहे हैं।
ReplyDeleteआपके मजे हैं:-)
राज जी,
ReplyDeleteआपका भी जवाब नहीं...
पिछली पोस्ट में आग, और इस पोस्ट में बर्फ़...हिसाब बराबर...
वैसे पिछली पोस्ट पर भी आज ही कमेंट कर पाया हूं...चेक कर लीजिए बाउंस तो नहीं कर रहा...
जय हिंद...
हिम-वर्षा, वाह ।
ReplyDeleteबहुत बढ़िया लगा वीडियो देखकर! ऐसा महसूस हुआ कि मैं उसी जगह पहुँच गयी जहाँ सिर्फ़ बर्फ ही बर्फ है! मैं चार साल पहले कश्मीर और लदाख घूमने गयी थी तब चारों तरफ बर्फ से ढका हुआ था और खूब आनंद किया !
ReplyDeleteयहाँ ठण्ड लगने लगी भाई जी ! मार्च में बरफ पडवा दी ! शुभकामनायें !
ReplyDeleteमै आपकी पुरानी पोस्ट नहीं देख पाई थी बर्फ़बारी देखकर तो आनंद आ गया |
ReplyDeleteयहाँ गर्मी अच्छी शुरू हो गई है ऐसे में बर्फ का आनंद दुगुना हो गया |करीब सात साल पहले जब hम केदारनाथ गये थे मंदिर खुलने का इंतजार कर रहे थे सभी भक्त कडकती ठण्ड में ॐ नमह शिवाय का निरंतर जप कर रहे थे और अचानक बर्फ गिरनी शुरू हो गई ऐसा लग रहा था मानो इश्वर ने हम पर अमृत कि वर्षा कि हो |वो सुन्दर द्रश्य हमेशा के लिए मन में बस गया