कल मेने एक पोस्ट डाली थी,मदद के लिये, जिस मै हमे बहुत उपयोगी सलाह मिली, उस परिवार को भी बहुत हिम्मत मिली, मेने यह सारी की सारी पोस्ट ओर कामेंट उन्हे पढवाये, क्योकि यहां तो सब को पता नही इस लिये उलटा सीधा ही बोल रहे थे, लेकिन आप सब की सलाह से उन के सभी काम आज तक ठीक ठाक हुये है,
खास कर वह परिवार दिनेश राय जी, अर्विंद मिश्रा जी ललित जी ,ओर वत्स जी का बहुत बहुत धन्यवादी है, वत्स जी से भी कल फ़ोन पर बात हुयी ओर उन्होने भी यही सलाह दी, मेरी तरफ़ से आप सभी का ओर उचित सलाह देने के लिये दिनेशराय द्विवेदी, Arvind Mishra, ललित शर्मा, पं.डी.के.शर्मा"वत्स" जी का धन्यवाद
शुक्रिया भटिया जी
ReplyDeleteमित्रों की सलाह समय पर आई, अच्छा लगा जानकर. यही तो परिवार की ताकत है.
ReplyDeleteचलिये आपका काम हो गया। अन्त भला सो भला!
ReplyDeleteसब से बड़ा धन्यवाद तो आप जो इस विपदा के समय असमंजस में पड़े परिवार को आप ने राहत पहुँचाई!
ReplyDeleteश्री दिनेश जी की आवाज में मैं अपनी आवाज भी मिलाता हूं.
ReplyDeleteभाटिया जी, वाकई में धन्यवाद के पात्र तो आप स्वयं हैं..भई आज के जमाने में कौन किसी के बारे में सोचता है!!
ReplyDeleteखेद है कि मैं देर से आया. द्विवेदी जी की सलाह सही है. अस्थि कलश को घर के बाहर पेंड़ की शाख से लटकाने का भी चलन है. अस्थि विसर्जन से पूर्व इसे घर में..(जहाँ रहते-सोते हैं) नहीं लाते. अस्थि विसर्जन भी एक कर्मकांड है जिसे तेरहवीं के बाद भी समय अनुकूल होने पर किया जा सकता है.
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद
ReplyDeleteब्लॉगिंग की यही तो उपयोगिता है!
ReplyDeleteघर बैठे ही उचित सलाह मिल गई!
Kuchh din se kisi karanvash blog padhne me aniyamit ho gaya tha..
ReplyDeleteaapke mitra ke bare me jankar dukh to hua hi.. un ki mata ji ke bare me jankar wo aur bhi gahra ho gaya..
Ishwar unki aatma ko shanti pradan karen aur pariwar va isht mitron ko is sadme se ubarne ki shakti deven..
Om Dyau Shanti antariksha
Shanti Prithvi Shanti Rapah
Shanti oshadhayah Shanti Vanas Patayah Shanti Vishwed Devah Shanti Brahma Shanti Shanti Reva Shanti Sa Ma Shanti Redhi
Om Shanti Shanti Shanti Om
राज जी,
ReplyDeleteवैसे तो ब्लागिंग कमाल की चीज है।
एक पोस्ट लगाओ और सभी तरह की
जानकारियां मिल जाती है।
आपने बहुत ही अच्छा काम किया।
जो उस परेशान परिवार को राहत पंहुचाई।
आभार
सच ब्लॉग्गिंग की यही उपयोगिता है....मित्रों से आपको उचित सलाह मिल गयी और आपकी परेशानियां दूर हो गयीं...
ReplyDeletechalo sab bolo narayan narayan
ReplyDeleteबहुत बढ़िया और नेक काम किया है आपने! अब आपको सारी परेशानियों से राहत मिल गयी!
ReplyDeleteहमारे ब्लॉग जगत की यही तो ख़ासियत है यहाँ पर सभी एक दुसरे की मदद को तैयार रहते है | यह अलग बात है कि वो लोग अपने ज्ञान का सदुपयोग नहीं का पाते है | वैधराज ने कविताओ का ब्लॉग बना रखा है जबकि कवि महाशय स्वास्थ्य संबंधी टिप्स बाँट रहे है |
ReplyDeleteचलिये सब की सलाह काम तो आई । यह रिश्ते बने रहे यह कामना ।
ReplyDeletesahyog ki aesi hi bhavna bani rahi har dilo me to kya baat ho ?
ReplyDeleteराज जी , आपकी ये पोस्ट आज देखी ...वैसे भी इस विषय में विशेष जानकारी नहीं थी मुझे ...आपने ब्लॉग परिवार की मदद से उनकी समस्या का हल कर दिया ....खुशी हुई ये मित्रता देखकर ....प्रशंसा के हकदार तो आप हैं .....!!
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