कल रात एक भारतिया मित्र चल बसे, काफ़ी दिनो से बहुत सख्त बिमार चल रहे थे, ओर हस्पताल मे भरती थे, दो बच्चे है एक लडका १८ साल का ओर बच्ची अपने भाई से छोटी है, यह काफ़ी समय से शुगर के मरीज थे, फ़िर ज्यादा तबीयत खराब होने पर हस्पताल गये,सात आठ दिनो बाद होश मै आये, एक सप्ताह तक ठीक रहे, लेकिन कमजोरी बहुत ज्यादा थी, कल दोपहर आचानक ह्र्द्या घात हुआ ओत तत्काल कोमा मे चलेगे..... ओर फ़िर रात गये ११,३० पर इस दुनिया को छोड गये.
अपने पीछे बिलखते परिवार को छोड गये, आज हम ( हमारी बीबी ओर मै) दोनो उन के घर गये, ओर उनके घर सब को रोता देख दिल बहुत खराब हुआ, हमारे पास होस्सला देने के सिवा कोई ओर शब्द भी नही था, शायद हम दो चार दिन अब वहां व्यस्त रहे, इस कारण आप सब से माफ़ी चाहता हुं
मित्र का पुरा नाम तो नही मालुम, लेकिन हम उन्हे कुमार के नाम से ही जानते थे, यहां कम भारतीया है इस लिये सब दुख सुख आपस मै बांटते है.
राम राम
कुमार साहब के प्रति हार्दिक श्रद्धांजलि । परदेश मे अपने लोग ही तो सहारा होते हैं ।
ReplyDeleteदुखद. प्रभु परिवार को संभलने की शक्ति दे.
ReplyDeleteईश्वर कुमार साहब की आत्मा को शांति प्रदान करे एवं उनके परिवार को इस अपार दुख को सहने की क्षमता प्रदान करे.
ReplyDeleteश्रृद्धांजलि!
bahut hi dukhad..
ReplyDeletemeri bhavbheeni shradhanjali..
बहुत ही दुखद .. मेरी हार्दिक श्रद्धांजलि !!
ReplyDeleteदु:खद
ReplyDeleteदुख के इस बेला में सांत्वना देना जरूरी है
श्रद्धांजलि !
ReplyDeleteदुखद। भावभीनी श्रद्धांजलि।
ReplyDeleteश्रृद्धांजलि.
ReplyDeleteराज जी अपने ही अपनों के काम आते है खास कर दुख के क्षणों में तो ज़रूर सहारा देना चाहिए.
ReplyDeleteसादर श्रद्धांजलि!
ईश्वर दिवंगत की आत्मा को शान्ति प्रदान करे!
ReplyDeleteहम आपका इन्तजार करेंगे, जी ठीक होते ही वापस आइयेगा।
बहुत ही दुखद समाचार है. ईश्वर से कुमार साहब की आत्मा की शांति के लिये प्रार्थना करते हैं और आश्रितों को यह दारुण दुख सहन करने की क्षमता प्रदान करे.
ReplyDeleteरामराम.
बेहद अफ़सोस हुआ , उनका परिवार कैसा रहेगा ? क्या स्थिति होगी ...इसकी चिंता रहेगी भाई जी !
ReplyDeleteबहुत ही दुखद । दुख के इस बेला में सांत्वना देना जरूरी है मेरी हार्दिक श्रद्धांजलि !!
ReplyDeleteयह शुगर और दिल की बीमारी हर दूसरे इन्सान को हो रही है. आज़ादी से पहले शायद ही किसी भारतीय को यह समस्या होती थी. पता नहीं लोग कब अपनी ज़िम्मेदारी समझेंगे और परहेज और व्यायाम पर ध्यान देंगे. अपने स्वस्थ्य के प्रति लापरवाह लोगों की गलती की सजा उनके परिवारवालों को भी भुगतनी पड़ती है. दुखद!
ReplyDeleteदुखद समाचार
ReplyDeleteईश्वर से कुमार साहब की आत्मा की शांति के लिये प्रार्थना करते हैं
सादर श्रद्धांजलि
ओह , बहुत ही दुखःद , श्रद्धाजंली ।
ReplyDeleteबहुत ही दुखद हार्दिक श्रद्धांजलि...
ReplyDeleteकुमार जी को ईश्वर स्वर्ग में स्थान दे और उनके घर वालों को ये दुख सहने की शक्ति दे...
ReplyDeleteजय हिंद...
ओह यह तो बहुत ही दुखद खबर है...भगवान आपके मित्र की आत्मा को शांति दे..और उनके परिवार जानो को यह अपूर्णीय क्षति सहन करने की क्षमता प्रदान करे.
ReplyDeleteबहुत दुखद समाचार है | भगवान उनकी आत्मा को मोक्ष प्रदान करे |
ReplyDeleteपराए देश में बस अपने देश के लोग ही अपने बन जाते हैं। आप उस परिवार का ध्यान रखें यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। भगवान उस परिवार को सम्बल बंधाए।
ReplyDeleteबहुत ही दुखद समाचार दिया आपने...
ReplyDeleteईश्वर मृ्तक की आत्मा को शान्ती और उनके परिवार, इष्ट मित्रों को ये दुख सहने की ताकत बख्शे।
कुमार साहब के प्रति हार्दिक श्रद्धांजलि । परदेश मे अपने लोग ही तो सहारा होते हैं ।
ReplyDeleteबहुत दुखद समाचार है ,
ReplyDeleteईश्वर मृ्तक की आत्मा को शान्ति प्रदान करें.
समाचार तो बहुत दुखद है | भगवान उनकी आत्मा को मोक्ष प्रदान करे |
ReplyDeleteओह.
ReplyDeleteishwar aapke dost ke aatma ko shaanti pradaan kare ,bahut dukh hua ,bichhdne ka gam behad dardnaak hota hai .
ReplyDeleteबहुत ही दुखद समाचार! मैं श्रधांजलि अर्पित करती हूँ!
ReplyDeleteoh....
ReplyDeleteकुछ ऐसी ही घटना यहाँ भी गुजारी होली से २ दिन पहले .....पति सुबह बाथरूम गया तो वहीँ हृदयाघात से मौत हो गयी ....करीब ४ घेंटे बाद पत्नी सो कर उठी तो पता चला ......कुछ ऐसी घटनाएं द्रवित कर जातीं हैं राज़ जी .....कि शायद वो बच जाता अगर सही समय उसे देख लिया जाता .....!!
ReplyDeleteकुमार साहब के प्रति हार्दिक श्रद्धांजलि ....!!
Sorry for the sad new!You joined the grieved family and consoled , this is appreciable.Many of us are forgetting even such essentials of humanity.
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