जी आज कल बाते हो रही है शादियो की, वेसे तो देवता भी जाग गये है, ओर शादियां भी बस शुरु होने वाली है, फ़िर तो मिठठईयां खुब मिलेगी..... छोडो इन बातो को तो चलिये एक अनोखी शादी मै, लेकिन इस शादी की अपनी एक खासियत है जी, ना यह दुसरी शादी है ना पहली... ना बेटी की उम्र की लडकी है, ओर ना ही दादी की उम्र कि...... अजी वो भी बात नही जिस के लिये आप के दिमाग की घंटी खटखटा गई....अब हम क्या बताये..... चैये चलते है शादी बाले घर, बस आप को अनोखी सोमाली शादी का दरवाजा खटखटाना है, मेरे कहने का मतलब बस चटका लगाना है, ओर फ़िर देखिये यह अनोखी सोमाली शादी.
अजी फ़िर बताये जरुर केसी लगी यह अनोखी सोमाली शादी
वाह क्या बात इन साहब की ११२ साल के हो कर भी १७ साल की युवति से विवाह और अल्लाह का शुक्रिया कर रहे हैं कि उन्होने उस का सपना पूरा कर दिया......कमाल है...इस उमर मे भी जनाब ऐसे सपने देख लेते हैं...;))
ReplyDeleteक्या कहें? बस थोड़ा हंस लेता हूं...:)
ReplyDeleteये भी खूब रही।
ReplyDeleteअब क्या कहूं, यह तो हक़ीक़त है। एक शेर उस कन्या के लिए
ReplyDeleteहो करके बिंदास षोडशी तू मुस्कुराती जा,
बुड्ढ़े में भी ज़िन्दगी के फूल कुछ खिलाती जा।
जाना तो हर एक को है एक दिन जहान से,
जाते-जाते पुराना एक गीत गुनगुनाती जा।
हाए क्या करूं राम मुझे बुड्ढ़ा मिल गया।
ab kya kahen aise logon ko? in jaise logon ne sharm bech ke moongfali kha li hai...... bataiye ab kahan 112 ki umr aur kahan 17? yeh is budhdhe ka paap hai jo itni umr tak zinda rah gaya........
ReplyDeletekhair! maine nayi kavita kihi hai.... aap dekhiyega
"...मत बनाना मेरा बुत, मेरी मौत के बाद...."
शेम !
ReplyDeleteशेम !!
शेम !!!
शेम शेम शेम शेम...............
शादी है की हद है !
ReplyDeleteशादी की खुशी तो होती ही है।
ReplyDeleteचाहे कब्र में ही पैर क्यों ना लटके हों।
शादी की खुशी तो होती ही है।
ReplyDeleteचाहे कब्र में ही पैर क्यों ना लटके हों।
भाटिया साहब, सबसे पहले तो मैं अपना रोष उन व्यैज्ञानिको पर व्यक्त करना चाहूँगा जो यह दावा कर रहे है की उन्होंने ऐसी खोज कर ली है की अब इंसान १५० से अधिक साल तक जी सकेगा ! मई कहता हूँ की इन हरामखोर व्यैज्ञानीको को तो लें में खडा करके गोली मार देनी चाहिए ! इनके पास काम धाम तो कुछ है नहीं फालतू के काम करते रहते है ! अब ऐसे में अगर प्रकृति अपना प्रकोप दिखा दे तो क्या हर्ज है ! साले इन्सान को अमर बना देंगे तो इस शख्स की तरह वह जिन्दगी भर शादिया नहीं करेगा तो और क्या करेगा ?
ReplyDeleteयानी भाटिया जी अपना चांस बना हुआ है।हा हा हा हा हा।
ReplyDeleteअल्लाह मेहरबान तो गधा पहलवान :)
ReplyDeleteheheheh..
ReplyDeletemain to ise shaadi hi nahi kahunga !!
ye to bakwash hai .....
:)) अभी तो साईट खूला ही नही है पर हेडलाईन दिख रहा है "BBC Hindi - अंतराष्ट्र...."
ReplyDelete:)
सपनों को पूरा ही करना है,तो दुनिया में सपनों की कमी नहीं.........
ReplyDelete१७ वर्षीय युवती के सपने ....रास्ते और भी हैं !
छी छी, ऐसी आदमी को भरे चौराहे पर गोली मार देनी चाहिए। आखिर कैसे वो एक १७ साल की लड़की की जिन्दगी खराब कर सकता है।
ReplyDeleteदूल्हे का कहना था,'' मैंने उन्हें शादी के लिए मजबूर नहीं किया, लेकिन अपने अनुभव का इस्तमाल करके उन्हें अपने प्यार का क़ायल कर दिया, और उसके बाद हमारे बीच शादी के लिए रज़ामंदी हो गई.''
ReplyDeleteसोमालिया की राजधानी मोगादिशू से बीबीसी संवाददाता के मुताबिक गुरीसील शहर में हुई इस शादी के बारे में सोमालिया के इतिहासकारों का कहना है कि अफ्रीका में पूरी सदी की ये एक अनोखी शादी है.
राज जी हम भले ही शेम शेम चिल्लाते रहे पर जब मियाँ बीवी राजी तो क्या करेगा काजी .....???
ये तो उस लड़की को सोचना चाहिए था ....??
Harkirat Haqeer जी अकसर ऎसी शादियां के पीछे सिर्फ़ ओर सिर्फ़ पेसॊ का लालच होता है ओर कुछ नही, यह बुढा माल दार होगा ओर क्या....
ReplyDeleteमाल है तो ताल है. या पैसे तेरी बलिहारी.
ReplyDeleteरामराम.
क्या कहूं
ReplyDeleteसोच ही रहा हूं अभी तो...
अब क्या कहूँ ? शादी तो हो चुकी है मेरी पर जिनकी शादी नहीं हुई है वो अब दुबारा सोचेंगे शादी करने के बारे में!
ReplyDeleteसमझ में नहीं आता कि इन साहब के जीवन का उद्देश्य शादी करना ही था या कुछ और भी ? उन मोहतरमा की बावत क्या कहें? कहीं मौत का लाइव देखने तो नहीं आई हैं या विधवापन का शौक तो नहीं चर्राया है ? ज़नाब के लिए मिर्ज़ा गालिब का एक शेर अर्ज है-
ReplyDeleteगो हाथ में ज़ुम्बिश नहीं,आँखों में तो दम है.
रहने दे अभी सागर- ओ- मीना मेरे आगे .
कुछ नवयुवतियां इस तरह की शादी से खुश रहती हैं - वे कहती हैं "एक तो इन्कम और फिर दिन कम"
ReplyDeleteमुझे तो दुल्हन की फिक्र है । पर वह तो अपने मियाँ से ज्यादा ताकतवर होगी ।
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