्वेसे तो सभी को पता है कि सर्दी से बचाव केसे करना है, लेकिन कभी कभी दुसरो की सलाह भी काम आ जाती है, जब हम नये नये यहां आये तो हमे सिर्फ़ काली चाय ( भारतीया चाय) ही दुनिया की नम्बर एक लगती थी, ओर हमारे जर्मन साथी कभी सोंफ़ की, कभी नीबूं की चाय तो कभी कोई ओर चाये पीते, हम अकसर सोचते थे कि यह गोरो के चोंचले ही है :)
लेकिन वक्त ने समझा दिया की यह चोंचले नही एक जरुरत है, ओर अब हम भी अब सर्दियो मे नींबू की चाय खुब पीते है, ओर दिन मे कई बार, एक ताजा नींबू के ४,६ टुकडे कर के उसे ६ गिलास या मग्गे ( छोटे कप नही ) पानी मे डाल कर खुब उबाले ५,६ मिन्ट फ़िर उसे गिलास या मग्गे मै डाल ले, ओर फ़िर उस मे चीनी, या शहद अपनी इच्छा अनुसार डाल ले, या कुछ भी ना डाले लेकिन नींबू का बचा टुकडा नीचोड ले ओर इसे गर्मा गर्म धीरे धीरे पिये, फ़िर बताये आप का जुकाम , बलगम, कहां है, अगर आप इसे रोजना दिन मे चार पांच बार पिये तो पुरी सर्दियो मे आप बिमारी से बचे रह सकते है. नींबू को सिर्फ़ धोना है छिलका नही उतारना छिलके समेत उस के टुकडे कर के उबाले,
अगर आप को या बच्चो को खांसी है तो एक चम्मच असली शहद मे एक चुटकी हल्दी मिला कर, मामुली सी गर्म कर ले ओर उसे चाट ले रात को सोने से पहले फ़िर कुछ ना पीये दो तीन घन्टे, सुबह आप को खुद फ़र्क महसुस होगा. इसे दो तीन दिन कर सकते है ओर हर उम्र के बच्चे को यह चटा सकते है.
पाव गर्म रखे.
अरे भाटिया साहब..
ReplyDeleteमैं भी बड़े हौसले से अपने मरीज़ों को यह नुस्खे
बताया करता था । सोचा कि कोई साइड इफ़ेक्ट
नहीं.. कमख़र्च बालाँनशीं ।
हुआ उल्टा.. लोग कहने लगे कुछ नहीं जानता
होगा, तभी यह बवाल बताता है !
वैसे मैं अपने व्यक्तिगत जीवन में इनका मुरीद हूँ !
बहुत काम की बात बताई आपने !
ReplyDeleteरामराम !
अगर लौंग का प्रयोग करें तो वह भी एंटी बायोटिक का प्रभाव छोड़ता है ,दालचीनी ,मूड फ्रेश करता है ,इलायची अवसाद दूर कराती है ,काली मिर्च +तुलसी कुछ देसी घी काफ निकालती है ,| लोग ढेरों अदरक छोड़ कर चाय पीते है जैसे अदरक का जूस पी रहे हों अति हर चीज की बुरी होती है ,अधिक अदरक काफ सुखा देती है ,ध्यान रखें |
ReplyDeleteबहुत अच्छा सर्दी से बचने का उपाय है अबकि ज़रूर आज़मायेंगे
ReplyDelete--------------
http://vinayprajapati.wordpress.com/
Jankari ke liye aabhar.
ReplyDeleteबहुत उपयोगी जानकारी दी है आपने।धन्यवाद।
ReplyDeleteबहुत काम की बात और सर्दी से बचने का उपाय है जानकारी के लिए आभार
ReplyDeleteregards
शहद और हल्दी वाला नुस्खा ्बहुत काम का है!! धन्यवाद!!
ReplyDeleteरंजन
अच्छा बताया जी। ये चीजें बेहतर हैं बनिस्पत अंग्रेजी दवाओं के।
ReplyDeleteआदरणीय भाटिया जी ..अच्छी और उपयोगी जानकारी है ...इन दिनों तो नीबू की पैदावार भी बहुत होती है ..बिटिया भी आपको बधाई दे रही इस पोस्ट के लिए ....जब तक पोस्ट आप तक पहुंचे ...हम नीबू की चाय ,आपकी विधि से बनाई पी रहें होंगे आभार
ReplyDeleteसच ये तो काम की बात बताई। आज की पोस्ट से अपने नाना जी की याद आ गई जब नानी के यहाँ जाते तो अगर खाँसी हो जाती तो नाना कहते थे अरे इस छोरे ने हल्दी दे दो थोडी सी फाँकी मार लेगा परेशान हो रहा घना कसूता ही ।
ReplyDeleteशुक्रिया जी . अच्छी जानकारी दी !
ReplyDeletemaine to note kar liya hai......shukriyaa
ReplyDeleteab sabko bataaungi
बहुत बढ़िया उपाय बताये आपने सरल और उपयोगी धन्यवाद
ReplyDeleteपहले कहां इतनी दवाएं वगैरह काम में लेते थे लोग। घर की दादी-नानी माएं ही छोटी-मोटी व्याधियां दूर करने में सक्षम थीं। बच्चे भी ज्यादातर प्रकृति के करीब रह कर ही बड़े होते और स्वस्थ रहते थे।
ReplyDeleteखांसी में एक चम्मच अदरक का रस और शहद भी बहुत मुफ़ीद रहता है। वैसे आयुर्वेद में शहद को गर्म करने की मनाही है।
ReplyDeletebahut kaam ki baat hai e tho.
ReplyDeleteशहद को गरम करना मना है ,क्योंकि इससे उसके प्राकृतिक गुण नष्ट हो सकते हैं , परन्तु किसी पीने योग्य गर्म में शहद मिला सकतें हैं | गर्म से आशय वैसे तो लुक-वार्म होता है परन्तु ऐसी औषधियां सामान्यतः ''पीने योग्य गुनगुने दूध से अधिक पान्तु हम भारतीयों द्वारा पीने वाली चाय से कम गर्म होना चाहिए [ उतनी भी चल सकती है ,परन्तु मेरी दृष्टि में उचित नही होगा ]
ReplyDeleteबात आप की ठीक है, लेकिन उतना गर्म नही की उस के प्राकृतिक गुण ही नष्ट हो जाये बस बिलकुल मामुली सा जिस से वो हमारे शरीर के ताप मान के समान हो जाये, लेकिन गर्म दुध या चाय मे भी डाल कर पी सकते है, आप सभी की राय भी बहुत अच्छी लगी,कभी पुदिने की चाय भी पी सकते है, लेकिन पुदिना उचित मात्रा मै ही हो थोक मै नही..:) आप सब का धन्यवाद
ReplyDeleteये उन लोगो के सालो के तजुर्बे है जो ऐसे सर्द मौसम में रहे है.....हाँ इन्हे नुस्खे भी कहते है
ReplyDeletekadhaa hi hai magar videshi
ReplyDeleteसर्दी से बचाव करना बहुत ही जरुरी है.... समय पर ही ध्यान दिया जाए तो आगे होने वाली कई तक्लिफों से बचा जा सकता है।... आपने सही मार्गदर्शन कीया है, धन्यवाद।
ReplyDeleteबहुत जरूरी है सर्दी से बच कर रहना...बच्चे अधिक बीमार होते हैं,शुक्रिया घरेलु नुस्खे बताने के लिये...
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