आज आप सब से अपनी खुशी बांटना चाहता हूं, आज मेरे बडे बेटे अंकुर भाटिया जो अभी १७ वर्ष का है उस ने कडी मेहनत कर के कार लाईसेंस आज पास किया है, हमारे यहां कार का लाईसेंस बनबाना बहुत ही कठिन है, इस बेटे से आप को नये साल के पहले दिन मिलबाऊगा, उसी दिन उस का चित्र भी यहां लगाऊगां, नये साल के पहले दिन मेरे बेटे का जन्म दिन भी होता है , उसी दिन बडे बेटे से मिलबाऊगां, ओर छोटा बेटा २८ दिसमबर को पेदा हुआ उस दिन छोटे बेटे से मिलबाऊगा,मै हमेशा कहता था कि मै अपनी बीबी का ड्राईवर हूं, लेकिन अब मेरा काम मेरा बेटा भी करेगा, यानि अब मुझे ज्यादा भाग दोड की जरुरत नही रही, क्यो कि अब मेरी बीबी के पास दो ड्राईवर हो गये है.
दुसरे बेटे ने भी कार सीखना शुरु कर रखा है शायद कुछ दिनो मे वो भी अपना पेपर दे देगा, आज हम सब बहुत खुश है, सोचा आप सब से भी खुशी बांटी जाये,
badhayi ho badhayi.
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई, बेटे की इस कामयाबी की।
ReplyDeleteबड़ी खुशी की बात है. बहुत बहुत बधाई. बेटा हाथ बटाने लगे तो बड़ी खुशी होती है.
ReplyDeleteबेटे को हमारी भी बधाई!
ReplyDeleteहमारे यू.पी.में तो यदि जुगाड़ हो तो ‘लाइसेन्स’ पहले बन जाता है और ड्राइविंग बाद में सीखी जाती है। ...ऐसा जुगाड़ सबके पास होता भी है। :)
स्नेहाशिष अँकुर बेटे को !
ReplyDeleteवहाँ १७ वर्ष पर
लाइसँस मिलता है क्या ?
- लावण्या
आपको और अंकुर जी को बहुत बहुत बधाई ,
ReplyDeleteRegards
भतीजे अंकुर को बहुत बधाई ! और सबसे ज्यादा बधाई भाभीजी को की उनको दो दो ड्राईवर मिल गए ! :) अब तो मिट्ठाई बनती हैं भाभीजी तरफ़ से ! जल्दी भेजो ! :)
ReplyDeleteइब राम राम ! आपके टिपणी बॉक्स का बैक ग्राउंड बहुत डार्क है ! पढने में दिक्कत होती है ! जरा इसको लिपस्टिक पाउडर लगवा कर गोरा कीजिये ! :)
बधाई हो अंकुर को,भाभीजी को और आपको भी। नये साल का इंतज़ार रहेगा।
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई ..सच में बड़ा मुश्किल काम है यह .मेरी छोटी बिटिया कब से कोशिश में है पर उसका लाइसेंस बन ही नही पा रहा है
ReplyDeletevakai bada mushkil kaam hai ji...
ReplyDeleteखुशी के इस मौके पर आपको ढेरों बधाई। जब अपनों का जन्मदिन समीप हो और उन्हें कामयाबी मिले तो यह सचमुच बहुत खुशी का मौका है।
ReplyDeleteबहुत बधाई जी। मैं समझ सकता हूं खुशी।
ReplyDeleteयहां फलाने दफ्तर का दलाल गायत्री परशाद घर बैठे यह लाइसेंस दे सकता है। भले ही कार का क्या, साइकल का स्टीयरिंग भी न संभाला हो बन्दे ने!:)
ताऊ के सेकेण्ड पैरा पर गौर कीजिये!
bahut bahut badhayee.
ReplyDeletenaye varsh mein aap ke bete se bhi mil lengey aur janamdin ki badhayee bhi dengey.
ek baat pochchna chahti hun--aap ke kids kitni hindi likh bol paatey hain-?kya unhen apni bhasha mein interest hai?
kyun ki yahan to even ghar mein bhi -children like to communicate in english only.they find hindi language very difficult.hmmm....
UAE mein 18 saal ke baad hi driving lic. ke liye apply kar saktey hain aur yahan bhi drv .lic milna naukari milne se bhi mushkil hai.
आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद, मेरे बेटे हॊ बधाई देने के लिये.
ReplyDeleteलावण्यम् जी जर्मन मै दो तीन् साल से नया कानुन बना है कि अब १७ साल का बच्चा भी ड्राईविंग लाईसेंस बनावा सकता है, लेकिन बिना किसी सहयोगी के( उस सहयोगी के पास भी लाईसेंस होना चाहिये, उस की उम्र कम से कम ३० साल हो, ओर कोई भी नम्बर ना कटा हॊ , ओर उस के पास भी कम से कम ५ साल पुराना लाईसेंस होना चाहिये)कार चलाना मना है, ओर जब तक वो १८ साल का नही हो जाता तब तक उसे बस एक साधारण सा पेपर ही मिलता है, १८ साल का होने पर उसे लाईसेंस मिलेगा, लेकिन दो साल तक उसे बिना नुकसान के कार चलानी पडेगी यानि बिना एक्सींडेंट के, बिना जुर्माने के,
अल्पना जी, हम पंजाब से है,इस लिये मेरे बेटे घर पर पंजाबी पुरी ओर सही बोलते है, ओर हिन्दी भी अच्छी बोल लेते है, समझ भी लेते है, पढ भी थोडी थोडी लेते है, मतलब पढ तो लेते है लेकिन रुक रुक कर, कभी कभी मदद भी करनी पढती है,
हिन्दी, के अलावा अंग्रेजी,लेटिन, इटालियन, जर्मन ओर अब शायद फ़ेंच भी सीखेगे.
लेकिन हिन्दी ओर पंजाबी खुब बोलते है, भारतीयो के साथ हिन्दी मै ही बात करते है.
ताऊ जी मै आप सब को मिठठाई जरुर खिलाऊगां, ओर आप की शिकायत दुर कर दी है, अब बताये ठीक है .ओर फ़िर से हम सब की तरफ़ से आप सब का बहुत बहुत धन्यवाद
बधाई ! जल्दी मिलवाइए... कोई पोस्ट ही लिखवा दीजिये.
ReplyDeleteबधाई लाइसेंस पाने के लिए भतीजे को , वैसे हमारे यहाँ तो बिना कार चलाने वालो को भी लाइसेंस मिल जाते है
ReplyDeleteमेरे पापा अक्सर कहते है जब बेटा कंधे तक आने लगे तो वह दोस्त हो जाता है !! इसलिये आपके दोस्त से नये साल मे मिलने की ईच्छा रहेगी !!
ReplyDeleteਭਾਟਿਯਾ ਜੀ,
ReplyDeleteਹੁਣ ਕੁਛ ਲਡੂ-ਸ਼ਡੂ ਹੋਣੇ ਚਾਹਿਦੇ!