मैं अकेला ही चला था जानिबे मंजिल मगर
लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया
21/03/08
तोरा मन दर्पण कहलये रे....
आज आप को सुनाता हु एक ओर सुन्दर ओर मन भावन भजन जो लिया गया हे फ़िल्म काजल से, गाने को बोल दिये हे आशा जी ने, ओर पर्दे पर गा रही हे मीना कुमारी... तोरा मन दर्पण कहलये रे..
"!होली की शुभकामनायें!" बधाई भि मेरा पेपर कुछ कम अच्छा गया पर पास हो जाउंगा। पर्ची चला और मै तो पूरी "उत्तर वाला किताब" ले गया था। होली की शुभकामनायें. पासवर्ड रीक्वरी मे 5 मीनट लगता है
(कल मेरा कम्प्युटर ज़बर्जस्त हैंग हो गया था उश्का ईलाज कर्ने मे बहुत टाईम लग गया और आज सुपर फ़ास्ट चल रहा है)
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"!होली की शुभकामनायें!" बधाई भि
ReplyDeleteमेरा पेपर कुछ कम अच्छा गया पर पास हो जाउंगा।
पर्ची चला और मै तो पूरी "उत्तर वाला किताब" ले गया था। होली की शुभकामनायें.
पासवर्ड रीक्वरी मे 5 मीनट लगता है
(कल मेरा कम्प्युटर ज़बर्जस्त हैंग हो गया था उश्का ईलाज कर्ने मे बहुत टाईम लग गया और आज सुपर फ़ास्ट चल रहा है)
भाटिया जी, आप को भी होली की बहुत बहुत मुबारकबाद । परमात्मा से यही प्रार्थना है कि वह आप की ज़िंदगी में हरियालीयां, खुशहालियां हमेशा लाता रहे।
ReplyDeleteholi mubarak
ReplyDeleteआप सब का धन्यवाद.
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