27/01/08

हमारी इटली यात्रा भाग ११

नमस्कार, चलिये आज आप को पिसा (Pisa ) ले चलते हे,


आज हमारा अन्तिम दिन था बिचियानो मे, सुबह सभी जल्दी उठे नहा कर तेयार हो गये,चाय वगेरा पी कर सब सात बजे तक कार मे बेठ गये,ओर हमे विदा करने बगंले की मल्किन ओर दुसरे मेहमान जो इन १० दिनो मे अपने से लगने लगे थे आये, सब से बिछड्ने का थोडा दुख हुया, लेकिन हमने अभी ओर घुमना था, सो हाय वाय कर के यहां से पुरे सात बजे चल पडे,




नेबिगेशन पर पिसा सेट कर दिया था, जो हमे रास्ता बताता रहा, हम ने रास्ते मे ही नाश्ता कर लिया,ओर १०,०० बजे के करीब हम पिसा पहुच गये,कार को पिसा के बिलकुल सामने पार्क किया,ओर हम उस तरफ़ चल पडे जिधर सब जा रहे थे,थोडी सी देर मे हम पिसा के मिनार वाले इलाके मे आ गये, टेडा मिनार दुर से ही दिखाई दे रहा था,भीड बह्त थी ओर उतनी ही गर्मी भी,बहिर ओर उस इलाके मे लोग गोगल्स,घडिया ओर भी काफ़ी तरहा का समान बेच रहे थे,थोडा आगे जाने पर लोग अजीब सी हरकते करते हुये फ़ोटो खीचवा रहे थे, मेरे बेटे ने बताया( जो २,सप्ताह पहले भी स्कुल के साथ यहां आया था )पापा यह लोग मिनार के साथ फ़ोटो ले रहे हे, सामने ही Baptistry of the Cathedral. का मुजियम था ,थोडा आगे जाने पर हम Piazza del Duomo. यानि मिनार के पास थे,लेकिन हम पहले यहां काफ़ी घुमे फ़िर टिकट ले कर पहले टेडी पिसा की मिनार पर चढे,फ़िर वहां के आसपास कुछ मुजियम देखे,यहां हमे करीब४,५ घन्टे लग गये बच्चो ने घडियां को चश्मे,ओर थोडा बह्त समान खरीदा, आप यहा के बारे यहां से पुरी जानकारी प्राप्त कर सकते हे, मिनार काफ़ी झुका हुया हे, उस पर चढाने पर थोडा डर लगता हे, कही गिर ही ना जाये,ऊपर से काफ़ी शहर दिखाई देता हे,ओर यहां कई सारी इमारते सफ़ेद सगंमरमर के पत्थर से बनी हे, ओर चारो ओर पुरी साफ़ सफ़ाई थी,




मुजियम वगेरा मे हमे मजा नही आया यहां से जल्दी ही हम बहिर आ गये,शहर मे घुमने की इच्छा नही थी, सो जहां से हमने आगे का रुख किया, चलिये अब आप से मिलते हे अगले शहर मे, तब तक नमस्ते,ओर अपना ध्यान रखे,

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