ब्लाग मिलन के शेष विडियो तो अगली पोस्ट मे डालूंगा, तब तक आप मजा फ़रमाऎं..
एक फ़डकता तडफ़ता लतीफ़ा हाजिर हे....
अमेरिकन.... हमारे यहां कुत्ते फ़ुटवाल खेलते हे!!
जर्मन.... हमारे यहां फ़िश डांस करती हे !!
चाईनिश.... अजी हमारे यहां हाथी साईकिल चलाते हे !!
ताऊ.... अजी छोडो अपनी अपनी गप्पे.... हमारे यहां गधे सरकार चलाते हे !!!
ही ही ही .....
एक फ़डकता तडफ़ता लतीफ़ा हाजिर हे....
अमेरिकन.... हमारे यहां कुत्ते फ़ुटवाल खेलते हे!!
जर्मन.... हमारे यहां फ़िश डांस करती हे !!
चाईनिश.... अजी हमारे यहां हाथी साईकिल चलाते हे !!
ताऊ.... अजी छोडो अपनी अपनी गप्पे.... हमारे यहां गधे सरकार चलाते हे !!!
ही ही ही .....
हा हा हा....मजा आ गया।
ReplyDeleteहा हा हा हा
ReplyDeleteसही है हमारे यहाँ गधे ही देश चलते है
हा हा हा ...बेमिसाल, लाजवाब !
ReplyDeleteआ..हा...हा...हा...हा
ReplyDeleteबाप रे बाप।
ReplyDeleteनहले पे दहला!
ReplyDeleteताऊ जी का जवाब नहीं ! मज़ा आ गया ।
ReplyDeleteखूब.. मजेदार है !!
ReplyDeleteमुझे इस पर हंसी नहीं आ रही... क्षोभ हो रहा है..
ReplyDeleteहा-ही-ही=हा-हा...
ReplyDeleteमज़ेदार
रोचक!!!
ha..ha...ha....sahi baat, kharee baat...kyaa baat hai bhatiyaa ji.
ReplyDeleteहा.. हा... हा.... हा.
ReplyDeleteवाकई मजेदार.
ज़बरदस्त है...
ReplyDeleteयह तो सच्चाई है ...:) :)
ReplyDeleteखर की ठरकी चला रही सरकार ।
ReplyDeleteदुजा कोई तो हो चलाने को तैयार।
गधों की ही मौज है।
Sahi hi to hai.
ReplyDeleteVaise aaj akhbaron mein contents ke maamle mein blogging sensorship ki khabrein bhi dekhi thin, aise sarkari asuvidhajanak posts se kahin ham bhavishya mein khatron se to nahin khelne ja rahe ?
सही कहा आपने
ReplyDeleteइस देश में गदहों की विशेष इज्जत है\
सरकार बन बैठने को सभी उद्यत.
ReplyDeleteवर्तमान की तो यही सच्चाई है।
ReplyDeleteha ha ha... Zabardast!!!!
ReplyDeleteहा हा हा……………सच ही तो कहा है।
ReplyDeleteआप इसे लतीफा कह रहे हैं
ReplyDeleteमुझे यह तो गंभीर और सच्ची बात लगी
प्रणाम
हा-हा-हा-हा-हा-हा-हा-हा-हा-हा-हा.................इसीलिए हमारे ताऊ सबसे अलग और ग्रेट है ! और मैं अपने ताऊ के लिए हंस रहा हूँ इन गधों के लिए नहीं !
ReplyDeleteसही कहा.. हकीकत - पर कभी कभी यूं नहीं लगता कि अगर वाकई में गधे चला रहे होते तो ज्यादा बेहतर होता ...
ReplyDeleteजो भी हो आपके लतीफे ने काफी हँसा दिया ..हा हा हा ...:))))
कल यह लतीफा चर्चामंच पर होगा...
लेकिन गधो में भी इतनी समझदारी है की काला धन कहा रखना चाहिए |
ReplyDeleteबहुत खूब।
ReplyDeleteआज एक 'ऐसे' ही पर पोस्ट भी है।
गुरूजी इस बार पढ़ने में बहुत मजा आया .. .! धन्यवाद !
ReplyDeleteमैं पिछले कुछ महीनों से ज़रूरी काम में व्यस्त थी इसलिए लिखने का वक़्त नहीं मिला और आपके ब्लॉग पर नहीं आ सकी!
ReplyDeleteबहुत ही रोचक और मज़ेदार लगा! ज़बरदस्त पोस्ट!
एक सच्चाई को जोक कहना अच्छा नहीं लगा।
ReplyDeleteहा हा! एकदम सच!!
ReplyDelete:):)...
ReplyDeleteमजाक होकर भी सत्य !
मजाक मजाक में बहुत गहरी और सच्ची बात कह गाते ताऊजी ! सटीक व्यंग ! बधाई !
ReplyDeleteहा हा भाटिया जी पता नही था ..चुटकुला इतना सच्चा भी हो सकता है .... .
ReplyDeleteयह चुटकुला तो नहीं है हकीकत है
ReplyDeleteलाजवाब हकीकत .
ReplyDeleteचुटकुला हो तो कोई हंसे, अब अपने नसीब पर क्या हंसना.. इसलिए हंस ही नहीं पाया.
ReplyDeleteबिल्कुल चटपटा और मजेदार....
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