मैं अकेला ही चला था जानिबे मंजिल मगर
लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया
21/02/11
ताऊ ओर ताऊ का राम प्यारे
कल ताऊ का राम प्यारे मेले मे खो गया.... ताऊ ने मंदिर मे जा कर भगवान का धन्यवाद किया, मैने ताऊ से पूछा अरे ताऊ जी आप का कीमती गधा *राम प्यारे* खो गया , ओर आप बहुत खुश हो रहे हे? भगवान का धन्यवाद कर रहे हे, ओर प्रसाद बांट रहे हे? यह सब क्यो?
ताऊ जी बोले राज भाटिया मै भगवान का शुक्र इस लिये कर रहा हुं कि मै गधे पर नही बेठा था, वर्ना........ पहेली कोन पुछता?
आपके ब्लॉग पर टिप्पणी के लिये क्लिक करते ही यह लिंक नई विंडो में खुल जाता है जी। http://www.travian.in/?ad=10235_1114950120&ce_cid=000xQThuiAFQ15N.nv5Y6sU4bH000000
ऐसा मेरे साथ ही होता है या सबके साथ हो रहा है। कृप्या चैक करवायें। ऐसा ही आपके दूसरे ब्लॉग पर भी होता है।
सरजी चूंकि मजाक का रिश्ता नहीं है,और स्वभावत बुरा लगने वाला बात है इसलिये यह तो नही कह सकता कि वर्ना .........लोग पूछने पता ही नही चल रहा किस पर कौन बैठा है लेकिन चूकि होली के पहले ही आपने वह माहौल पैदा कर दिया है इसलिये क्षमा प्रार्थना के साथ ।
'ब्लॉग परिवार' का चिन्ह बदल दिया गया है क्या ? कृपया जानकारी दें । मेरे ब्लॉग पर पहले से भिन्न एक नया चिन्ह दिख रहा है । क्या पुनः रजिस्टर करवाना होगा ? कहीं ये किसी तकनिकी गड़बड़ी के कारण तो नहीं हो रहा ? क्या करना चाहिए , कृपया मार्ग दर्शन करें ।
नमस्कार,आप सब का स्वागत हे, एक सुचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हे, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी हे तो माडरेशन चालू हे, ओर इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा,नयी पोस्ट पर कोई माडरेशन नही हे, आप का धन्यवाद टिपण्णी देने के लिये
ताऊ जी से कहियेगा उनका रामप्यारे 26 फरवरी को उनके पास पहुँच जायेगा :)
ReplyDeleteप्रणाम
@ राज भाटिया जी
ReplyDeleteआपके ब्लॉग पर टिप्पणी के लिये क्लिक करते ही यह लिंक नई विंडो में खुल जाता है जी।
http://www.travian.in/?ad=10235_1114950120&ce_cid=000xQThuiAFQ15N.nv5Y6sU4bH000000
ऐसा मेरे साथ ही होता है या सबके साथ हो रहा है। कृप्या चैक करवायें। ऐसा ही आपके दूसरे ब्लॉग पर भी होता है।
i wish you get back him bv 29th feb. 2011.
ReplyDeleteअब तो ताऊ को ईनाम देना चाहिए!
ReplyDeleteहा-हा-हा-हा , हमारा इकलौता बेचारा ताऊ भी गुम हो जाता !
ReplyDeleteतावु तो पूरी तरह से ताव में दिख रहे हैं.
ReplyDelete.
ReplyDeleteभगवान् का लाख लाख शुक्र है कि ताऊ जी गधे पर नहीं बैठे थे , वर्ना हम ब्लोगर्स का क्या होता ? एक ताऊ ही तो हैं हमारे तारणहार ।
मस्त पोस्ट है भाटिया जी !
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ताऊ शुरू से ही घणा समझदार रहा है.
ReplyDeleteताऊ वास्तव में ही घणा समझदार है।
ReplyDeleteबहुत मजेदार.
ReplyDeleteसलाम
ओ जी ताऊ बच गया बड़ी खुशी की बात है। नहीं तो छीछालेदर की दुकान कौन चलाता?
ReplyDeleteबहुत ही उम्दा रचना , बधाई स्वीकार करें .
ReplyDeleteआइये हमारे साथ उत्तरप्रदेश ब्लॉगर्स असोसिएसन पर और अपनी आवाज़ को बुलंद करें . फालोवर बनकर उत्साह वर्धन कीजिये
ओह अब समझ आया कि मैं घर देर से क्यों पहुंचा था और किसने रामप्यारे को गायब किया था.
ReplyDeleteरामराम.
भाटिया जी, लगता है ताऊ की संगत का असर आप में भी आ गया। जब ताऊ आप को मिला और आप ने सवाल किया तब वो रामप्यारे पर ही बैठा था।
ReplyDeleteसरजी चूंकि मजाक का रिश्ता नहीं है,और स्वभावत बुरा लगने वाला बात है इसलिये यह तो नही कह सकता कि वर्ना .........लोग पूछने पता ही नही चल रहा किस पर कौन बैठा है लेकिन चूकि होली के पहले ही आपने वह माहौल पैदा कर दिया है इसलिये क्षमा प्रार्थना के साथ ।
ReplyDeleteमज़ेदार!
ReplyDeleteहा-हा-हा ...
वाह! शानदार ! :) :) :) :) :) :) !
ReplyDeleteहा हा ...बहुत ही मजेदार :):)
ReplyDeleteचलिये अन्ततोगत्वा, ताऊ खोए तो नहीं न...
ReplyDeleteअब ताऊ तो है ही समझदार.
ReplyDeleteताऊ को पूर्वाभास हो गया था रामप्यारे के खोने का !
ReplyDeleteha ha
ReplyDeletebahut khub tau ji
इस घणी समझदारी के लिए बधाई के पात्र हैं ताऊ ... :)
ReplyDeleteताऊ को कहिये की पुरे ब्लॉग जगत को भोज कराये नहीं तो अगली बार बच जायेंगे इसकी गारंटी नहीं है |
ReplyDelete.
ReplyDeleteभाटिया जी ,
'ब्लॉग परिवार' का चिन्ह बदल दिया गया है क्या ? कृपया जानकारी दें । मेरे ब्लॉग पर पहले से भिन्न एक नया चिन्ह दिख रहा है । क्या पुनः रजिस्टर करवाना होगा ? कहीं ये किसी तकनिकी गड़बड़ी के कारण तो नहीं हो रहा ? क्या करना चाहिए , कृपया मार्ग दर्शन करें ।
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सच कहा है ZEAL ने भगवान् का लाख लाख शुक्र है कि ताऊ जी गधे पर नहीं बैठे थे … वर्ना…
ReplyDeleteगनीमत है ताऊ बच गये.
ReplyDeleteबड़ा प्यारा फोटो खींचा है किसी ने..... फोटोग्राफर को पुरस्कृत करना चाहिए भाटिया जी !
ReplyDeleteबहुत ही मजेदार....ताऊ तो है ही समझदार.
ReplyDeleteताऊ के पास गधों की क्या कमी ! एक गुम दूसरा हाजिर।
ReplyDeleteताऊ के पास गधों की क्या कमी ! एक गुम दूसरा हाजिर।
ReplyDeleteमजेदार पोस्ट
ReplyDeletebehad majedaar baate.
ReplyDeleteतो वो भी खो जाते...................हा हा हा............
ReplyDeleteलेकिन इस गधे की खो जाने की हिम्मत कैसे हुई !
ReplyDeletebahut roochikar..
ReplyDeleteचलो अच्छा हुआ कि ताऊ जी बच गये।
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