27/07/08

जरुरी काम की बाते

पैसा सारी बुराइयों की जड़ है...... और इंसान को जड़ों की जरूरत हमेशा बनी रहती है।
************************************
शादी विवेक पर कल्पना की विजय है।
**************************************
नौकरी दो चीजों के लिए की जाती है - तनख्वाह और छुट्टियां
*****************************************************
मृत्यु आनुवांशिक बीमारी है।
*****************************************************
मित्र से उधार लेने के पहले सोचिये कि आपको किसकी जरूरत ज्यादा है - मित्र की या धन की ?
***********************************
पुरुषों के लिए जो बात निश्चित नहीं होती, महिलाएं उस पर तटस्थ रहती हैं।
*******
महिलाओं के दिल में एक खास कोना होता है, जिसे वे कभी किसी के साथ नहीं बांटतीं।
********
महिलाओं के लिए राय : पुरुष के साथ खुश रहने के लिए उसे प्यार चाहे कम करें, समझने की कोशिश ज्यादा करें।
पुरुषों के लिए राय : महिला के साथ खुश रहने के लिए उसे बेशुमार प्यार करें और समझने की कोशिश कतई न करें।

19 comments:

  1. sahi salaah magar mera vivek abhi tak kalpana se hara nahi hai.mazaa aa gaya.ab to padhe bina sab gadbad lagne laga hai.dhanyawad

    ReplyDelete
  2. nice quotations

    rajesh

    ReplyDelete
  3. महिलाओं के लिए राय : पुरुष के साथ खुश रहने के लिए उसे प्यार चाहे कम करें, समझने की कोशिश ज्यादा करें।
    पुरुषों के लिए राय : महिला के साथ खुश रहने के लिए उसे बेशुमार प्यार करें और समझने की कोशिश कतई न करें।

    सही बात कही है जी. अमल करना जरूरी है.:)

    ReplyDelete
  4. बहुत बढ़िया बातें बताई हैं। आभार

    ReplyDelete
  5. भई वाह!

    ReplyDelete
  6. भई वाह राज भाई मज़ा गया ग्यानवर्धन भी हुआ

    ReplyDelete
  7. राज भाटिया जी मने आप का ब्लॉग पढ़ा बहुत ही बढ़िया बाते आप ने इस मैं लिखी हैं जिन्हें हमे अपनी जिंदगी मैं जरुर अपनाना चाहिए चाहे वो " जरुरी काम की बाते " हो या " चिंतन परिश्रम " दोनों ही लेख बहुत उम्दा हैं जो मन को भा जाते हैं । मैंने सिर्फ़ दो ही लेख पढ़े हैं इस लिए मैं इन्ही के बारे मैं आप को अपनी प्रतिक्रिया दे रहा हु । शुभम .........

    ------------शुक्रिया -------------

    ReplyDelete
  8. Raj ji, kha to aap bilkul sahi rhe hai. aabhar achhi baaton ko batane ke liye.

    ReplyDelete
  9. bahut sahi . achcha khasa anubhav is post ke sath apne ham sab ko baat diya hai . dhanyawaad.

    ReplyDelete
  10. सभी काम की बातें - एक से बढ़ कर एक।

    ReplyDelete
  11. भाटिया साहब !
    आपके उपदेश मैं अपने दिल में "भाटिया जी की गीता" के नाम से स्टोर कर रहा हूँ ! इन उपदेशों की आज वाकई जरुरत है ! धन्यवाद !

    ReplyDelete
  12. सचमुच ये बातें बहुत काम की हैं। आभार।

    ReplyDelete
  13. बहुत सही बातें बताई।आभार।

    ReplyDelete
  14. क्या बात है, एक-एक शब्द सच्चा है. आजमाया हुआ है.

    ReplyDelete
  15. पैसा खाने मे नमक की तरह है ज्यादा है तब भी मुश्कील और कम है तब भी मुश्कील !!

    मजेदार पंक्तीया सादर अभार

    ReplyDelete
  16. सही लिखा,

    काम की बातें उपयोगी लगी :)

    ReplyDelete
  17. धन्यवाद आप सब के पाधरने का

    ReplyDelete

नमस्कार,आप सब का स्वागत हे, एक सुचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हे, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी हे तो माडरेशन चालू हे, ओर इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा,नयी पोस्ट पर कोई माडरेशन नही हे, आप का धन्यवाद टिपण्णी देने के लिये