29/03/08

हम चुप रहे गे

थोडा हंसो ना ,१.२.३.ओ के
अबे गोली किसे मार रहा हे यह ले मेरा पेशाब पी


बाप रे इतनी गेस, पहले पता होता तो..


अरे बहन जी थोडा हसिये भी ना


होनहार वीर्वान के होत हे चिकने काज





हम कुछ नही बोले गा, हम बोले गा कुछ नही


3 comments:

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