मैं अकेला ही चला था जानिबे मंजिल मगर
लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया
09/01/08
जोगन बन..
आईऎ आप को एक ओर पुराना गीत सुनाते हे,इसे गाया हे लता जी ने,ओर संगीत दिया हे नॊशाद अली जी ने,पर्दे पर सितारे थे नुतन बहल ओर भारत भारत भुषण, फिल्म थी **शबाब** जो बनी थी १९५४ मे। तो सुने
मजा आ गया राज जी यह मेरे पसंदीदा गीतों में से एक है। आप को इसी तरह के पुराने गीतों का शौक हो तो हमारी महफिल पर आईये.. शायद आपकी पसंद के कुछ गाने मिल जायें।
नमस्कार,आप सब का स्वागत हे, एक सुचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हे, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी हे तो माडरेशन चालू हे, ओर इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा,नयी पोस्ट पर कोई माडरेशन नही हे, आप का धन्यवाद टिपण्णी देने के लिये
मजा आ गया राज जी
ReplyDeleteयह मेरे पसंदीदा गीतों में से एक है।
आप को इसी तरह के पुराने गीतों का शौक हो तो हमारी महफिल पर आईये.. शायद आपकी पसंद के कुछ गाने मिल जायें।
गीतों की महफिल
सागर जी ध्न्य्वाद,आप की टिपण्णी का,जरुर आएगे आप की महफ़िल मे.
ReplyDelete5G in Hindi
ReplyDeleteNASA in Hindi
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