मैं अकेला ही चला था जानिबे मंजिल मगर
लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया
13/02/08
दिवाना मस्ताना हुया दिल
आज आप को एक भुला बिसरा लेकिन सदाबहार गीत सुनाते हे गाया हे आशा जी ओर रफ़ी जी ने,एस डी बर्मन का सगीत हे फ़िल्म बोम्बे का बाबु, अगर मुड ठीक हे आप का तो गुनगुनये बिना आप नही रह पाये गे... केसा लगा गीत जरुर बताये
तो आपके पास भी है ये गाना ! हा हा हा बहत प्यारा गाना है.'कौन हुआ दीवाना' गाते हुए दीवाना से गूंजती घ्वनि जैसे हवा में घुल जाती है और ये इको-साउण्ड गाने की मधुरता को बाधा देता है.उस पर सुचित्रा सेन की मासूम ख़ूबसूरती........कमाल !
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तो आपके पास भी है ये गाना ! हा हा हा बहत प्यारा गाना है.'कौन हुआ दीवाना' गाते हुए दीवाना से गूंजती घ्वनि जैसे हवा में घुल जाती है और ये इको-साउण्ड गाने की मधुरता को बाधा देता है.उस पर सुचित्रा सेन की मासूम ख़ूबसूरती........कमाल !
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