tag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post9097441203454625575..comments2023-10-30T10:33:52.245+01:00Comments on पराया देश Paraya Desh: आईये आप को युरोप के ही नही दुनिया के सब से बडे मेले मै ले चले....राज भाटिय़ाhttp://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-23305649720100415462010-07-23T22:57:53.268+02:002010-07-23T22:57:53.268+02:00मजा आ गया पढकर ...रही बातों संस्कारों की और बच्चो ...मजा आ गया पढकर ...रही बातों संस्कारों की और बच्चो की तो मुझे लगता है की हम बाहर रहने वाले लोगों के बच्चे भारतीय संस्कृति के बहुत पास होते है क्यूंकि हम भारत से बाहर होने की वजह से कुछ ज्यादा ही ध्यान इस और देते हैं ...जानकर बढ़िया लगा कि आपके दोनों लडके भी भारतीयता से ओतप्रोत है और साथ ही दूसरी संस्कृति का सम्मान भी करते हैं !!राम त्यागीhttps://www.blogger.com/profile/05351604129972671967noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-35745444579363267162010-07-13T10:04:02.790+02:002010-07-13T10:04:02.790+02:00यहां की सैर बहुत अच्छी लगी...जानकारी आपने बहुत अच्...यहां की सैर बहुत अच्छी लगी...जानकारी आपने बहुत अच्छी उपलब्ढ कराई है, धन्यवाद!Aruna Kapoorhttps://www.blogger.com/profile/02372110186827074269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-66820778388255214572010-07-12T19:54:50.460+02:002010-07-12T19:54:50.460+02:00poora nahin dekh paya..!
bahut log jama the.poora nahin dekh paya..!<br />bahut log jama the.देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-42116345455240716562010-07-12T15:08:20.080+02:002010-07-12T15:08:20.080+02:00मैंने अभी तक ऐसा साक्षात तो नहीं देखा.. यहाँ देख अ...मैंने अभी तक ऐसा साक्षात तो नहीं देखा.. यहाँ देख अच्छा लगा सर..दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-90908117432261754632010-07-12T10:34:00.551+02:002010-07-12T10:34:00.551+02:00जर्मन के बीयर गार्डन के बारे में सुना भी है और देख...जर्मन के बीयर गार्डन के बारे में सुना भी है और देखा भी है ... पर अक्तुवर फ़ेस्ट नही देख पाए कभी सो आपने दिखा दिया ... सच में कमाल है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-36707940954395516242010-07-12T09:09:27.076+02:002010-07-12T09:09:27.076+02:00देखते हैं जीदेखते हैं जीअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-45571798710475760062010-07-11T12:22:54.648+02:002010-07-11T12:22:54.648+02:00बहुत अच्छा रहा मेला!बहुत अच्छा रहा मेला!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-79529697699640624432010-07-11T07:00:41.329+02:002010-07-11T07:00:41.329+02:00आभार जानकारी का|आभार जानकारी का|शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-43484314341477008872010-07-11T06:58:13.800+02:002010-07-11T06:58:13.800+02:00मजा आ गया मेला देखकर! हम तो समझते थे कि ये मेले ठे...मजा आ गया मेला देखकर! हम तो समझते थे कि ये मेले ठेले सिर्फ भारत में ही होते हैं पर अब पता चला कि दूसरे देशों में भी मेले लगते हैं।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-44463709684979936152010-07-11T05:37:39.443+02:002010-07-11T05:37:39.443+02:00सामूहिकता का आनन्द देख मन प्रसन्न हो गया ।सामूहिकता का आनन्द देख मन प्रसन्न हो गया ।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-69257313814410294002010-07-11T00:15:37.762+02:002010-07-11T00:15:37.762+02:00आभार जानकारी का.आभार जानकारी का.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-86560096816615796702010-07-10T20:38:36.179+02:002010-07-10T20:38:36.179+02:00अरे वाह,भाटिया जी. संस्कार स्वयं बोलते हैं.अरे वाह,भाटिया जी. संस्कार स्वयं बोलते हैं.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-85650924146435641762010-07-10T20:01:40.709+02:002010-07-10T20:01:40.709+02:00धन्यवाद डॉ महेश सिन्हा जी अभी तो मेरे बच्चे १९, ओर...धन्यवाद डॉ महेश सिन्हा जी अभी तो मेरे बच्चे १९, ओर २० साल के है, ओर अभी तक भारतिया संस्कार ज्यादा है बच्चो मै, लेकिन वो दोनो सभ्यताओ को बहुत अच्छी तरह से समझते है, यानि भारतियो के संग शुद्ध भारतिया ओर गोरो के संग शुध्द गोरे, अभी तक कोई लडकी दोस्त नही बनाई, सब से बडी बात हमारे कहने से वो भारत मै भी शादी करने को तेयार है, शायद बडे लडके की शादी ४, ५ सालो मै कर दे भारत मै ही.राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-86068294004079966662010-07-10T19:54:33.881+02:002010-07-10T19:54:33.881+02:00राइन फ़ेस्टिवल भी जर्मनी में ही होता है . पहले दूर...राइन फ़ेस्टिवल भी जर्मनी में ही होता है . पहले दूरदर्शन में कई जर्मन फ़ेस्टिवल दिखाये जाते थे .<br />एक जानकारी चाहूँगा आप तो भारतीयों से भी ज्यादा भारतीय हैं आपके बच्चों पर जर्मन सभ्यता का क्या प्रभाव है .डॉ महेश सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/18264755463280608959noreply@blogger.com