tag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post6153125184334611310..comments2023-10-30T10:33:52.245+01:00Comments on पराया देश Paraya Desh: भारत जाते समय के किस्से..राज भाटिय़ाhttp://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comBlogger26125tag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-75495024952375759502010-12-31T16:20:05.287+01:002010-12-31T16:20:05.287+01:00yatra vrittant kafi rochak hai.! par han, aap ddlh...yatra vrittant kafi rochak hai.! par han, aap ddlhi aaye, pata hi nahin chala.Hari Shanker Rarhihttps://www.blogger.com/profile/10186563651386956055noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-76353509482762690962010-12-27T14:42:57.545+01:002010-12-27T14:42:57.545+01:00बहुत बढिया पोस्ट...मजा आ गया...नए साल की बहुत बहुत...बहुत बढिया पोस्ट...मजा आ गया...नए साल की बहुत बहुत शुभकामनाएं!Aruna Kapoorhttps://www.blogger.com/profile/02372110186827074269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-84478034326934217762010-12-27T12:21:12.783+01:002010-12-27T12:21:12.783+01:00यह किस्से ब्लॉग में परोसने के लिए धन्यवाद!यह किस्से ब्लॉग में परोसने के लिए धन्यवाद!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-58153074662768819282010-12-27T12:17:31.543+01:002010-12-27T12:17:31.543+01:00उनके सीट पर खडे होने से आप क्यों शरमा गये जी।
हम भ...उनके सीट पर खडे होने से आप क्यों शरमा गये जी।<br />हम भारतीयों की माफ कीजियेगा मेरी तरह मौके का फायदा उठाना चाहिये था और खूब घूर-घूर कर देखना चाहिये था। <br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-51482320409144012132010-12-27T11:55:27.402+01:002010-12-27T11:55:27.402+01:00सशक्त रोचक संस्मरण।!बधाई.नव वर्ष की शुभकामनाएँ.सशक्त रोचक संस्मरण।!बधाई.नव वर्ष की शुभकामनाएँ.Meenu Kharehttps://www.blogger.com/profile/12551759946025269086noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-6643381254707739982010-12-26T18:58:24.660+01:002010-12-26T18:58:24.660+01:00रोचक रही आपकी यात्रा......अच्छा है एक दो सहयात्री ...रोचक रही आपकी यात्रा......अच्छा है एक दो सहयात्री ऐसे मिल जाये तो बोरियत नहीं होती ....अच्छा यात्रा संस्मरण .<br /><a href="http://srijanshikhar.blogspot.com/2010/12/blog-post_26.html" rel="nofollow">फर्स्ट टेक ऑफ ओवर सुनामी : एक सच्चे हीरो की कहानी</a>उपेन्द्र नाथhttps://www.blogger.com/profile/07603216151835286501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-51841043504485117192010-12-26T17:32:50.312+01:002010-12-26T17:32:50.312+01:00रोचक संस्मरण। बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकाम...रोचक संस्मरण। <b>बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!</b><br /><a href="http://testmanojiofs.blogspot.com/2010/12/91-10.html" rel="nofollow"> विलायत क़ानून की पढाई के लिए </a>मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-15940391017973731142010-12-26T17:10:09.762+01:002010-12-26T17:10:09.762+01:00ये महिला ज़रूर फ़्र्स्टो रही होगी.ये महिला ज़रूर फ़्र्स्टो रही होगी.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-49050050349967488272010-12-26T15:54:33.163+01:002010-12-26T15:54:33.163+01:00आपकी हवाई यात्रा के रोचक पलों को
पढ़कर बहुत अच्छा...आपकी हवाई यात्रा के रोचक पलों को <br />पढ़कर बहुत अच्छा लगा ..!सुरेश शर्मा . कार्टूनिस्टhttps://www.blogger.com/profile/01408227845041416401noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-18409355686578933592010-12-26T14:12:05.739+01:002010-12-26T14:12:05.739+01:00यह यात्रा विवरण बड़ा रोचक रहा!
सादर!यह यात्रा विवरण बड़ा रोचक रहा!<br />सादर!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-49365234574500853912010-12-26T12:46:00.995+01:002010-12-26T12:46:00.995+01:00सधारण आचार को आपने सदाचार से रोचक बना दिया।
अच्छा ...सधारण आचार को आपने सदाचार से रोचक बना दिया।<br />अच्छा यात्रा वृतांत!!सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-76684309932178421192010-12-26T10:16:25.335+01:002010-12-26T10:16:25.335+01:00@ अजित गुप्ता जी युरोप से चलने वाली सभी फ़लाईट्स (भ...@ अजित गुप्ता जी युरोप से चलने वाली सभी फ़लाईट्स (भारत की ओर) मे आप को मसाला चाय, ओर जल जीरा मिलेगा, बस इन का कहने का स्टाईल अलग होता हे , यह मसाले को मासाला थोडा लम्बा खींच कर बोलते हे, मसाला चाय यानि चाय ओर मासाला यानि जलजीरा, मैने लुफ़्थंसा, ब्रिटिश एयर वेज,फ़्रांस,फ़िन ओर भी काफ़ी युरोपियन एयर वेज मे सफ़र किया हे, आप को शुद्ध भारतिया खाना, ओर चाय मिलेगी, लेकिन चाय जल्द ही खत्म हो जाती हे, अगर भारतिया ज्यादा हो. धन्यवाद आप सब का.राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-39392344210646382842010-12-26T08:58:29.276+01:002010-12-26T08:58:29.276+01:00वाह!राज जी कुल मिल कर रोचक रही यात्रा।वाह!राज जी कुल मिल कर रोचक रही यात्रा।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-76619376241536073212010-12-26T07:31:48.233+01:002010-12-26T07:31:48.233+01:00रोचक ...और अचार का कमाल ...पोस्ट डेंगू का शिकार हो...रोचक ...और अचार का कमाल ...पोस्ट डेंगू का शिकार हो गयी ..अफ़सोस हुआ ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-92223434731822689942010-12-26T06:39:32.369+01:002010-12-26T06:39:32.369+01:00यात्रा संस्मरण अच्छा रहा...
मैं इसी साइलेंट-जर्नी ...यात्रा संस्मरण अच्छा रहा...<br />मैं इसी साइलेंट-जर्नी से बचने के लिए ट्रेन में भी स्लीपर या थर्ड एसी ही लेता हूँ.. पता नहीं चुप और रिजर्व रहने से लोगों को क्यों लगता है कि वे आधुनिक और सभ्य हैं....Satish Chandra Satyarthihttps://www.blogger.com/profile/09469779125852740541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-71023578896406551022010-12-26T06:32:54.754+01:002010-12-26T06:32:54.754+01:00आप कौन सी फ्लाइट से आए थे जो आपको मसाला चाय मिल ग...आप कौन सी फ्लाइट से आए थे जो आपको मसाला चाय मिल गयी? बड़ा ही रोचक वर्णन रहा।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-51084811023895549572010-12-26T06:27:39.357+01:002010-12-26T06:27:39.357+01:00यह जानकर अच्छा लगा कि भले ही कोई भारतीय किसी विदेश...यह जानकर अच्छा लगा कि भले ही कोई भारतीय किसी विदेशी को न रुला सके पर भारतीय अचार में अच्छे-अच्छे विदेशियों को रुला देने की ताकत है। :)Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-23354361050256453782010-12-26T05:03:50.097+01:002010-12-26T05:03:50.097+01:00बढियां रही यह अन्दर बाहर जहाजी यात्रा की दास्ताँ -...बढियां रही यह अन्दर बाहर जहाजी यात्रा की दास्ताँ -जगह जरूर कम लगती है और साईड सीट पर तो आपके कंधे ,हाथ से किसी के टकरा जाने की संभावना भी ..मगर गगन परिचारिकाएँ कभी नहीं टकरातीं कम्बख्त ! :)Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-8634822554445787372010-12-26T04:39:55.704+01:002010-12-26T04:39:55.704+01:00हा हा हा देखिए हिन्दुस्तानी अचार का कमाल, हो गया न...हा हा हा देखिए हिन्दुस्तानी अचार का कमाल, हो गया ना अमेरिकन गोरी का गुस्सा ठंडा। ये अचार गजब की चीज है।<br /><br />इतनी लम्बी फ़्लाईट म्युट-मोड में करना बड़ा तकलीफ़देह हो जाता है। जर्मनी से कोई ट्रेन नहीं आती क्या भारत के लिए? जिसके स्लीपर क्लास में आराम से गपियाते बतियाते चले आते।:)ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-2168170423843434022010-12-26T04:25:47.277+01:002010-12-26T04:25:47.277+01:00... sundar charchaa !!!... sundar charchaa !!!कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-2285888323222277592010-12-26T03:34:34.369+01:002010-12-26T03:34:34.369+01:00.
मुझे लगता है जहाज में space थोड़ी बढ़ानी चाहिए ....<br /><br />मुझे लगता है जहाज में space थोड़ी बढ़ानी चाहिए , ताकि ब्लॉग-पोस्ट लिखते समय लैपटॉप आसानी से सेट किया जा सके । सभी ब्लोगर्स को इस दिशा में जहाज कंपनियों को अपील करनी चाहिए। <br /><br />और हाँ जहाज में अगर सहयात्री गांधी जी के बन्दर की तरह mute-mode में ना रहे तो सफ़र का आनंद ही कुछ और रहे। <br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-86665326946337471762010-12-26T03:29:11.078+01:002010-12-26T03:29:11.078+01:00पेरिस से भारत, फ्रांस और अमरीका के बीच हो कर, चलो ...पेरिस से भारत, फ्रांस और अमरीका के बीच हो कर, चलो पहुँचे तो सही।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-84863836120079213672010-12-26T03:29:01.870+01:002010-12-26T03:29:01.870+01:00जीवन के सफ़र में ऐसा कई बार होता है .....जीवन के सफ़र में ऐसा कई बार होता है .....केवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-38868059518209655462010-12-26T03:00:05.204+01:002010-12-26T03:00:05.204+01:00कहीं का भी नया खाना खाने के पहले, थोड़ा थोड़ा चख क...कहीं का भी नया खाना खाने के पहले, थोड़ा थोड़ा चख कर तो देखना ही चाहिये। आपकी आतमीयता देखकर वह जलन कम अवश्य हुयी होगी।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-19726353080433450262010-12-26T01:27:15.691+01:002010-12-26T01:27:15.691+01:00हमारे यहा बस मे भी लगभग यही होता है सिवाय खाना खान...हमारे यहा बस मे भी लगभग यही होता है सिवाय खाना खाने केdhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.com