tag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post3367504491075076868..comments2023-10-30T10:33:52.245+01:00Comments on पराया देश Paraya Desh: हम ऎसे कब बनेगे??राज भाटिय़ाhttp://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comBlogger28125tag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-19532044722814454632009-10-09T07:09:12.973+02:002009-10-09T07:09:12.973+02:00जब हम किसी के घर जाते है और घर साफ सुथरा रहता है त...जब हम किसी के घर जाते है और घर साफ सुथरा रहता है तो व्यवस्थित रहता है तो हम भीउसे वैसा रखने कि कोशिश करते है और किसी का घर बिखरा या अस्तव्यस्त रहता है तो हमारी कोशिश उस अस्तव्यस्तता को बढ़ने कि ही रहती है |असी हमारी मानसिकता बन जाती है कही कूड़ा पडा है तो हम भी व्ही कूड़ा और छोड़ देते है ऐसा ही ईमानदारी और बेइमानी के साथ भी होता है |और जैसा चल रहा है वैसा चलने देते है |i<br />आपकी पोस्ट अनुसरणीय है |<br />abharशोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-44134603433202204962009-10-08T23:20:08.821+02:002009-10-08T23:20:08.821+02:00हिन्दुस्तान संतों और महात्माओं की भूमि है सरकार......हिन्दुस्तान संतों और महात्माओं की भूमि है सरकार... माँओं ने ऐसे भी लाल जने हैं जिन्होनें ईमान और आन की खातिर जानें कुर्बान कर दीं. इस बात से इनकार नहीं है मुझे कि कुछ बीज खराब हो गए... मगर दोष ज़मीन, हवा और मौसम किसी का भी हो सकता है. लेकिन संभाल होगी... और जरूर होगी... हराम का एक एक पैसा खून बनकर बहेगा और झक मारकर हर इंसान को इमानदारी और मेहनत का दामन थामना होगा.. आज भी हिन्दुस्तान रो रहा है तो महज़ मुट्ठीभर लालची,स्वार्थी और बिना रीढ़ के उन्हीं चोर लोगों की वजह से जिनकी तरफ आपका इशारा है... मगर मुझे यकीन है कि ये हालात् जरूर सुधरेंगे... कभी न कभी . <br />मुझे खुशी है कि आपने अपने दिल में अपने वतन कि याद को जिंदा रखा हुआ है...Vijay Verma Indore SVVChttps://www.blogger.com/profile/11922446873334500851noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-74614839985492093402009-10-08T22:00:35.825+02:002009-10-08T22:00:35.825+02:00अमहदाबाद(गूजरात) मे गया था तो एसा ही लग रहा था(फोट...अमहदाबाद(गूजरात) मे गया था तो एसा ही लग रहा था(फोटो मे जो ईमान दारी है उसका 50% ही था)<br /><br />पडोसी के घर से कोई आया और फ्रिज का बर्फ "ICE" दे दिया और बोला दुर से आए होंगे....आदी<br /><br />एक बार वहीं टिवी देख कर चाए पी रहा था और तभी चाय का कप धीरे धीरे घूमा रहा था और गरम चाय हाथ पर गीर गया और जैसे ही मै दवाई की दूकान पर जल्दी से गया और पैसे लेना भूल गया था तो कई सारे टिप्स बताया की कैसे जल्दी ठिक होगा और दवाई भी लगा दिया और पैसे के लिये मैने कह दिया की अभी लाता हूं तो बोला कल सुबह दे देना।<br /><br /><br />वही एक जगह है जहां मै गया तो बस वाला ज्यादा यात्रीयों को नही बिठा रहा था और लिमीट मे था - बहुत सान्त जगह है और खुब अच्छी हवा भी चलती है(साम को और रात मे)<br /><br />- मेरा कंप्युटर बहुत आवाज कर रहा था तो मै बनाने के लिये उसे खोल दिया और CPU FAN + SMPS(Power Supply) खराब हो गया था और 1.30 दिन तक कंप्युटर बंद था :;))कुन्नू सिंहhttps://www.blogger.com/profile/18373944533455818486noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-23028541136235750022009-10-08T04:08:46.024+02:002009-10-08T04:08:46.024+02:00Bhaatiya jee aapkae gaon ki Dukan such much bahut ...Bhaatiya jee aapkae gaon ki Dukan such much bahut hee achchee lagee. Kash aise hee gaon bharat men bhee hon. Lekin jankaar khushee huee kee abhee bhee logon kee achchhaee par bharosa kiya jata hai.Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-3775394527995536012009-10-06T20:32:15.427+02:002009-10-06T20:32:15.427+02:00यह सोचकर ही अच्छा लगता है कि हम भी इसी दुनिया मे र...यह सोचकर ही अच्छा लगता है कि हम भी इसी दुनिया मे रहते हैशरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-42947721252207639012009-10-06T10:44:46.057+02:002009-10-06T10:44:46.057+02:00हां दूसरे , धनी देशों में ऐसी ईमानदारी के कई किस्स...हां दूसरे , धनी देशों में ऐसी ईमानदारी के कई किस्से सुने हैं हमने भी. लेकिन भारत में? यहां इतनी ईमानदारी की गुन्जाइश ही नहीं है.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-70412085344167799732009-10-06T01:56:15.304+02:002009-10-06T01:56:15.304+02:00dil ko chhoo gayi ye aapki aapbeeti, kuchh kuchh a...dil ko chhoo gayi ye aapki aapbeeti, kuchh kuchh aisa hi yahan Belfast(UK) me bhi hai, lekin itni imaandari to nahin yahan bhi. aapka aabhar aise ramrajya ke bare me batane pe. par jahan ram the wahan ab aisa rajya hi nahin.दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-52511877686535977072009-10-05T19:58:05.385+02:002009-10-05T19:58:05.385+02:00एक टिपण्णी चंदर मोहन गुप्त जी ने मेल से भेजी है......एक टिपण्णी चंदर मोहन गुप्त जी ने मेल से भेजी है...<br />2009/10/5 Chandra Mohan Gupta <br /><br /> I am again facing problem in posting my comment at your blog "desh pardesh". So sending my comment at your Mail address directly. Please publish the same as given below as my comment at your blog.<br /><br /> राज़ भाई,<br /><br /> जबरदस्त ईमानदारी का परिचय कराया.<br /> आपके वहा के लोग लगता है तरक्की पसंद नहीं है जो अभी तक नफे के नशे से मुक्त हैं तरक्की के उन्माद से पागल नहीं, दिमाग कितना स्वस्थ होगा ये तो हरियाली ही बता रही है. सभी को नमन, नमन, नमन.<br /> हार्दिक आभार.<br /><br /> चन्द्र मोहन गुप्त.<br /> जयपुर.राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-64738107195633350272009-10-05T16:21:26.287+02:002009-10-05T16:21:26.287+02:00हमारे यहाँ रख दो तो पूरी दूकान ही गायब हो जाए :)हमारे यहाँ रख दो तो पूरी दूकान ही गायब हो जाए :)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-9251587056978330842009-10-05T16:14:46.512+02:002009-10-05T16:14:46.512+02:00raj ji,
aapne kitna sach kah diya ..
ham bhi aisi ...raj ji,<br />aapne kitna sach kah diya ..<br />ham bhi aisi hi imaandaari se har din do-chaar hote hi rehte hain aur khud se sharminda hote rehte hain..<br />Lekin ab Canada mein bhi imaandaari par aanch aane lagi hai aur dukh ki baat ye hai ki ye sab kuch hamare bharteeyon, pakistaaniyon, somaliyon ityadi ki hi kripa hai..varna yahan ke log to jhooth aur be-imaani jaante hi nahi hain...<br />hain na kshobh bhi baat ham hindustaaniyon ke liye..?स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-90485398496214573872009-10-05T10:14:53.608+02:002009-10-05T10:14:53.608+02:00ऐसी ईमानदारी की बातें सुन सुन कर ही मन खुश हो जात...ऐसी ईमानदारी की बातें सुन सुन कर ही मन खुश हो जाता है.वैसे भारत के किसी गाँव के बारे में भी ऐसा ही कहीं पढा था.hem pandeyhttps://www.blogger.com/profile/08880733877178535586noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-853557339226458132009-10-05T03:47:26.139+02:002009-10-05T03:47:26.139+02:00लगता है अपने राम विदेशों में चले गये हैं।लगता है अपने राम विदेशों में चले गये हैं।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-15289373621843868492009-10-04T17:34:11.590+02:002009-10-04T17:34:11.590+02:00आंसू आ गये, मैं अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मनी, जापान, ...आंसू आ गये, मैं अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मनी, जापान, अरब तथा विश्व के दूसरे देशों के बारे में पढ़ता-सुनता हूँ तो ग्लानि महसूस होती है. हम सिर्फ नैतिकता, सत्य, धर्म,आचरण जैसी बातें ढिंढोरा पीट कर करते हैं, अमल एक प्रतिशत भी नहीं करते. गुजरात के भूकम्प और दंगों में आलीशान दुकानों के साज़-ओ-सामान मिनटों में गायब हो गये थे. हमारे देश में तो दूकानदार की मौजूदगी में ही असलहा दिखाकर सामान के साथ कैश भी ले लिया जाता है. जब भगवान की मूर्तियाँ और गहने सुरक्षित नहीं फिर अन्य चीज़ों के बारे में सोचना बेवकूफी है. राज साहब, हम २०० वर्षों बाद भी यहीं होंगे.सर्वत एम०https://www.blogger.com/profile/15168187397740783566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-23863587411791593572009-10-04T16:18:03.568+02:002009-10-04T16:18:03.568+02:00देख कर आंखें मल रहा हूं!देख कर आंखें मल रहा हूं!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-38251038130783813262009-10-04T10:53:31.208+02:002009-10-04T10:53:31.208+02:00kaash....aisa hota,par jaha hai,us jagah ishwar ha...kaash....aisa hota,par jaha hai,us jagah ishwar hainरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-13342587210741837112009-10-04T04:29:36.001+02:002009-10-04T04:29:36.001+02:00पहले हम भी यही थे !!
पर अब तो मुफ्त -ए- माल दिल - ...पहले हम भी यही थे !!<br />पर अब तो<b> मुफ्त -ए- माल दिल - ए- बेरहम !!</b><br /><br />पहले हम सीने में वार करते थे ...आज हम ??प्रवीण त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/02126789872105792906noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-42441462022725178502009-10-04T03:08:16.337+02:002009-10-04T03:08:16.337+02:00यहां वैसी दुकान होती तो न जाने क्या होता ?
शायद आ...यहां वैसी दुकान होती तो न जाने क्या होता ?<br />शायद आपकी पोस्ट से हिन्दुस्तानियों को कोई सीख मिले !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-21325280724657325252009-10-03T23:21:35.913+02:002009-10-03T23:21:35.913+02:00भाटिया जी, वाह्! वहाँ एक हिन्दुस्तानी के लिए तो ये...भाटिया जी, वाह्! वहाँ एक हिन्दुस्तानी के लिए तो ये सब सतयुग में जीने से तो कमतर न होगा । <br />बहुत बढिया!!Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-84539024236204101522009-10-03T21:09:24.233+02:002009-10-03T21:09:24.233+02:00बहुत रोचक जानकारी मिली है।
हम लोग केवल हरीशचंद्...बहुत रोचक जानकारी मिली है। <br /><br /> हम लोग केवल हरीशचंद्र के नाम को ढो रहे हैं और इन्हें देखो....कितनी इमानदारी से अपने काम कर और करवा रहे हैं। <br /><br />बहुत बढिया पोस्ट।सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-64770079493660636832009-10-03T20:02:34.351+02:002009-10-03T20:02:34.351+02:00भाटिया जीष आप बहुत सही जगह रह रहे हैं। हम तो यहाँ ...भाटिया जीष आप बहुत सही जगह रह रहे हैं। हम तो यहाँ अगले सौ सालों में भी उम्मीद नहीं कर सकते।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-43179467886476487842009-10-03T19:56:26.732+02:002009-10-03T19:56:26.732+02:00यह सब कद्दू ( सीता फ़ल ) या पेठा जिसे अग्रेजी मै पम...यह सब कद्दू ( सीता फ़ल ) या पेठा जिसे अग्रेजी मै पम्पकीन है जी, लेकिन अलग अलग तरह के हैराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-45572927775790281722009-10-03T19:53:03.684+02:002009-10-03T19:53:03.684+02:00बहुत बढ़िया जानकारी मिली , आभार ! पर इस बात पर थोड...बहुत बढ़िया जानकारी मिली , आभार ! पर इस बात पर थोडा मतभेद जरूर है कि हम सभ्य नहीं है ............हम सभ्य है पर हमारी कुछ समस्यां है जिन से हमे उबरने में थोडा और समय लगेगा पर हम उन को भी पार कर जायेगे !शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-16072939732495641992009-10-03T19:44:06.115+02:002009-10-03T19:44:06.115+02:00पागल हैं.
अरे अभी तक बेइमानी नहीं सीखी ?
बताओ यूं ...पागल हैं.<br />अरे अभी तक बेइमानी नहीं सीखी ?<br />बताओ यूं ही उन्नत होने का ढोंग भ्ररे फिरते हैं...<br />इन्हें हमारे यहां ट्रेनिंग ही ज़रूरत हैKajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-13861271674260169152009-10-03T19:28:38.724+02:002009-10-03T19:28:38.724+02:00भाटिया जी आपके इस संस्मरण ने एक टीस उभर दी बस यूँ ...भाटिया जी आपके इस संस्मरण ने एक टीस उभर दी बस यूँ समझ लीजिये कि एक बहुत लम्बा सफ़र तय करना है सभ्य बनने के लिए |Varun Kumar Jaiswalhttps://www.blogger.com/profile/06755807348407548036noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-62373935031541654042009-10-03T19:02:55.275+02:002009-10-03T19:02:55.275+02:00बहुत सही लिखा है । काश !!!!!!!बहुत सही लिखा है । काश !!!!!!!Dr Parveen Choprahttps://www.blogger.com/profile/17556799444192593257noreply@blogger.com