tag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post2787649189782613394..comments2023-10-30T10:33:52.245+01:00Comments on पराया देश Paraya Desh: दुर्गा का मन्दिर भाग अन्तिमराज भाटिय़ाhttp://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-38574901093852008052008-04-01T21:50:00.000+02:002008-04-01T21:50:00.000+02:00आप सभी का बहुत बहुत धन्यवादआप सभी का बहुत बहुत धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-10310913121049196812008-04-01T14:21:00.000+02:002008-04-01T14:21:00.000+02:00दादा दादी की कहानियां तो बचपन में बहुत कम सुनने का...दादा दादी की कहानियां तो बचपन में बहुत कम सुनने का मौका मिला. परन्तु अब लगता है की जो कमी तब पूरी रह गयी उसे आप पूरा कर देंगे.. इस तरह की प्रेरणादायक कहानियाँ हम तक पहुँचने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद..Adminhttps://www.blogger.com/profile/13066188398781940438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-77750620771648281482008-04-01T10:56:00.000+02:002008-04-01T10:56:00.000+02:00बहूत अच्छी कहानी है अच्छा हूवा ऊनका "कान" ब च गया।...बहूत अच्छी कहानी है अच्छा हूवा ऊनका "कान" ब च गया।<BR/>अगली कहानी का ईंतजार रहेगा। मूझे कहानी पढना या सूनना बच्पन से ही बहुत अच्छा लगता है।<BR/><BR/>ऊप्पर वाला जो कमेंट डीलीट कीया है वो मेरा ही है।<BR/>दूसरी आई-डी खूली थी जो मैने पबलीस करने के बाद देखा।कुन्नू सिंहhttps://www.blogger.com/profile/18373944533455818486noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-51654546766239543442008-04-01T10:48:00.000+02:002008-04-01T10:48:00.000+02:00This comment has been removed by the author.Wallpaperhttps://www.blogger.com/profile/11908352268897328076noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-12156656999084315362008-04-01T08:09:00.000+02:002008-04-01T08:09:00.000+02:00कहानी मे तारतम्य बना रहा।ये सिलसिला प्रेमचंद की कह...कहानी मे तारतम्य बना रहा।<BR/>ये सिलसिला प्रेमचंद की कहानी का आगे भी जारी रखिये।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-80627959914153055472008-04-01T07:55:00.000+02:002008-04-01T07:55:00.000+02:00मन को गहरे तक छू गई ......हमसे बांटने के लिए शुक्र...मन को गहरे तक छू गई ......हमसे बांटने के लिए शुक्रियाडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.com