tag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post1251123287163543069..comments2023-10-30T10:33:52.245+01:00Comments on पराया देश Paraya Desh: नमस्ते, नमस्कार,सलामराज भाटिय़ाhttp://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-18438906450144624832008-05-30T20:49:00.000+02:002008-05-30T20:49:00.000+02:00समझ नहीं आया कि एक दम ऐसा फैसला कर लिया। इस रंग-बि...समझ नहीं आया कि एक दम ऐसा फैसला कर लिया। इस रंग-बिरंगी दुनिया में तो हर क़दम पर अजीबो-गरीब हालात ललकार कर सामने आ जाते हैं, लेकिन वक़्त का सहारा लेकर सोचने से कुछ ना कुछ मिल ही जाता है। फ़िलहाल अभी नहीं, थोड़ा थोड़ा समय देकर कभी कभी लिखते रहा करिए। लिखने का जो इल्म क़ुदरत ने आपको बख़्शा है उससे मुंह ना मोड़िए। बस इतना ही कह पाऊंगा।महावीरhttps://www.blogger.com/profile/00859697755955147456noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-74550843404852273642008-05-17T05:39:00.000+02:002008-05-17T05:39:00.000+02:00राज जीअपने निर्णय पर पुनः विचार करे आप कृपया अपनी ...राज जी<BR/>अपने निर्णय पर पुनः विचार करे आप कृपया अपनी आखिरी पोस्ट न कहे . पढ़कर मुझे अच्छा फील नही हो रहा है .समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-31865489762826773512008-05-16T21:24:00.000+02:002008-05-16T21:24:00.000+02:00राज जी ऐसा क्यूं?राज जी ऐसा क्यूं?Neeraj Badhwarhttps://www.blogger.com/profile/15197054505521601188noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-23895562547570306702008-05-15T08:06:00.000+02:002008-05-15T08:06:00.000+02:00क्यों ऐसा राज जी अचानक ?तमाम मसरूफियत के बावजूद कु...क्यों ऐसा राज जी अचानक ?<BR/>तमाम मसरूफियत के बावजूद कुछ वक़्त निकालिए.....हमे आपकी आदत पड़ चुकी है....डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-44648406967369585762008-05-14T05:30:00.000+02:002008-05-14T05:30:00.000+02:00कुछ समझ में नही आया ?कुछ समझ में नही आया ?Pramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5924567198968050012.post-88959113015601245752008-05-13T21:14:00.000+02:002008-05-13T21:14:00.000+02:00आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद, मन तो नही करता कि जाऊ...आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद, मन तो नही करता कि जाऊ क्योकि आप सब ने इतना प्यार दिया हे, लेकिन अब यहां कुछ अजीब सा लगता हे, इस लिये आज यह मेरी आखरी पोस्ट हे, वेसे मे आता रहुगा टिपण्णी के रुप मे.राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.com